नौशेरा के हीरो ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान, एमवीसी की पुण्यतिथि पर जामिया ने अर्पित की पुष्पांजलि
आज जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) के कब्रिस्तान में ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान, एमवीसी की स्मृति में उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की गई। 50वीं पैरा ब्रिगेड और 10वीं डोगरा रेजिमेंट ने ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान, एमवीसी के पुष्पांजलि समारोह का आयोजन किया था।
जेएमआई के कुलपति प्रो. मज़हर आसिफ़ और जेएमआई के रजिस्ट्रार प्रो. मोहम्मद महताब आलम रिज़वी ने देश के प्रति देशभक्ति, वीरता और निस्वार्थ सेवा के प्रतीक बन चुके गैलेंट ऑफिसर की स्मृति में पुष्पांजलि अर्पित की।
इस कार्यक्रम में भूतपूर्व सैनिकों सहित कुल 25 अधिकारी शामिल हुए। लेफ्टिनेंट जनरल पुष्पेंद्र सिंह, पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम, पैराशूट रेजिमेंट के कर्नल, समारोह में मुख्य अतिथि थे। समारोह में शामिल होने वाले अन्य वरिष्ठ अधिकारियों में लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीर पाल सिंह, पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम, डीजी एनसीसी; लेफ्टिनेंट जनरल निर्भय शर्मा, पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम (सेवानिवृत्त), पूर्व राज्यपाल मेजर जनरल जयचंद्रन, मेजर जनरल आहूजा, ब्रिगेडियर डबास, डिप्टी ब्रिगेड कमांडर, ब्रिगेडियर सिन्हा (सेवानिवृत्त), कर्नल गोपाल सिंह, वीएसएम (वेटेरन), कर्नल विवेक पंडित (सेवानिवृत्त), कर्नल यश श्रीवास्तव (सेवानिवृत्त), और अन्य शामिल थे।
प्रो. आसिफ़ और प्रो. रिज़वी के साथ प्रो. इक्तिदार मोहम्मद खान और जेएमआई के अन्य अधिकारी भी इस अवसर पर अपने हीरो को सम्मान देने के लिए मौजूद थे| मोहम्मद उस्मान, एमवीसी, पैरा ब्रिगेड ने पाकिस्तानी कबायली ताकतों के खिलाफ नौशेरा शहर की सफलतापूर्वक रक्षा की, और बहादुरी से झंगर शहर पर फिर से कब्ज़ा किया। शहीद ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान, जिन्हें 'नौशेरा के रक्षक' के रूप में भी जाना जाता है, 1947-48 में पाकिस्तान के साथ युद्ध के दौरान झंगर और नौशेरा (जम्मू और कश्मीर) पर फिर से कब्ज़ा करने के नायक थे। गैलेंट ऑफिसर 3 जुलाई, 1948 को शहीद हो गए, जब नौशेरा में दुश्मन का एक गोला उनके करीब आकर गिरा।