Saturday, October 5, 2024

Qirat Competition at STS School


Mr Faisal Nafees with prize winner of Qirat Competition at STS School 

 ईद मिलाद-उन-नबी के मौके पर इंटर-स्कूल किरत प्रतियोगिता

अलीगढ़, 4 अक्टूबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के एसटीएस स्कूल द्वारा ईद मिलाद-उन-नबी के अवसर पर इंटर-स्कूल किरत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें एएमयू के सात विभिन्न स्कूलों ने भाग लिया।

प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में कारी मोहम्मद मुस्लिम और कारी वसीम अहमद ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिसे डॉ. सादात सुहैल ने स्वागत भाषण दिया। डॉ. तनवीर हुसैन खानवाइस प्रिंसिपलने अपने प्रेरणादायक भाषण से सभी को प्रोत्साहित किया।

फैसल नफीसप्रिंसिपलएस.टी.एस. स्कूल ने विजेताओं को उनकी शानदार प्रस्तुति के लिए बधाई दी। उन्होंने सभी प्रतिभागियों के प्रयासों की सराहना की और उन्हें भविष्य में भी इसी तरह प्रतियोगिताओं में भाग लेते रहने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि हर प्रतिभागी अपने समर्पण और उत्साह के कारण विजेता हैऔर ऐसी प्रतियोगिताएँ सीखने और विकास का अवसर होती हैं।

प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार एसटीएस स्कूल के अबू हुरैराकक्षा 8, द्वितीय पुरस्कार एसटीएस स्कूल के मोहम्मद खुबैबकक्षा 10 और तृतीय पुरस्कार आरएमपीएस के मोहम्मद अब्दुल बासितकक्षा 7 और एएमयू एबीके हाई स्कूल गल्र्स की सबा हसनकक्षा 10 को प्रदान किया गया। इसके अलावादो प्रतिभागियों में उनके सराहनीय प्रदर्शन के लिए सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया  जिनमें एएमयू गर्ल्स की इंसिया फिरदौसऔर एएमयू सिटी गर्ल्स स्कूल की सैयदा सफिया सैफुल्लाह शामिल हैं।

इस प्रतियोगिता में छात्रों और शिक्षकों की सक्रिय भागीदारी रही। कार्यक्रम का समापन डॉ. सादात सुहैल के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। जिसमें उन्होंने सभी प्रतिभागियोंशिक्षकों और जजों का आभार व्यक्त कियाजिन्होंने इस प्रतियोगिता को सफल बनाया।

इस अवसर पर डॉ. मोहम्मद आलमगीर डॉ. मोहम्मद इरफान इकराम हैदर जाफरीनसरीन फातिमाफरहान हबीबमोहम्मद आसिम कार्यक्रम में उपस्थित रहे ।

करियर काउंसलिंग


Career Counseling session held at the Ross Masood Hall

अलीगढ़, 4 अक्टूबरः सर रॉस मसूद हॉल की करियर काउंसलिंग सोसायटी और गृह विज्ञान विभाग ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रशिक्षण और प्लेसमेंट कार्यालय (जनरल) के सहयोग से छात्रों की जॉब मार्केट के लिए तत्परता बढ़ाने के लिए करियर काउंसलिंग सत्र आयोजित किए।

सर रॉस मसूद हॉल में आयोजित प्रोफेशनल डेवलपमेंट वर्कशॉप को संबोधित करते हुए हॉल के प्रोवोस्ट प्रो. मोहम्मद आसिफ ने छात्रों से अपनी पढ़ाई के साथ-साथ सॉफ्ट स्किल्स सीखने पर भी ध्यान देने का आग्रह कियाक्योंकि जॉब इंटरव्यू के लिए जाते समय इंटरव्यू बोर्ड को प्रभावित करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।

साद हमीद (टीपीओ जनरल)डॉ. मोहम्मद आरिफ खान (सोशल वर्क विभाग) और डॉ. मोहम्मद नाजिम (लाइब्रेरी साइंस विभाग) विशेष वक्ता थेजिन्होंने छात्रों को एक अच्छा सीवी लिखने और संभावित उम्मीदवारों से जॉब मार्केट की अपेक्षाओं के बारे में जानकारी दी।

डॉ. हामिद रजा सिद्दीकी ने विद्यार्थियों को उनके भावी करियर के लिए तैयार करने में इस तरह की कार्यशालाओं के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का समापन जनरल वार्डन डॉ. इमदादुल हक के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

कार्यक्रम के आयोजन में शाहवेज (संयोजक) और मोहम्मद शाहनवाज (सचिवकरियर काउंसलिंग सोसायटी) के साथ-साथ डॉ. मोहम्मद रेहानइंजी. अब्दुल फहीम और मोहम्मद शाहवर खान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

गृह विज्ञान विभाग में साद हमीद टीपीओ (जनरल) ने अच्छे करियर बनाने के लिए प्रासंगिक कौशल सीखने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे शिक्षा के अंतिम वर्ष पूरा करने से पहले अपने करियर के लिए स्पष्ट चुनाव करें और लक्ष्य हासिल करने के लिए अच्छी तैयारी करें।

नव प्रवेशित विद्यार्थियों को उन्मुख करने के लिए विद्यार्थियों द्वारा एक नाटक प्रस्तुत किया गया। विभाग की अध्यक्ष डॉ. सबा खान ने विभागीय टीपीओ डॉ. जेबा और डॉ. इरम के नेतृत्व में आयोजन टीम के प्रयासों की सराहना की।

World Smile Day at AMU


 Prof Imran Ahmad with other resident doctor during the World Smile Day illuminating iconic landmarks at Bab e Syed 

एएमयू में प्रतिष्ठित इमारतों को रोशन करके विश्व मुस्कान दिवस मनाया गया

अलीगढ़, 5 अक्टूबरः विश्व मुस्कान ट्रेन कार्यक्रम अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय अध्याय द्वारा 4 अक्टूबर को प्रतिष्ठित बाब-ए-सैयदजवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज भवन और प्लास्टिक सर्जरी विभाग की इमारत को नीली रोशनी से रोशन करके विश्व मुस्कान दिवस मनाया गयाजो स्माइल ट्रेन कार्यक्रम देशों में 56 ऐतिहासिक इमारतों को कम से कम 10 मिनट तक रोशन करके वैश्विक गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड जीतने के प्रयास का एक हिस्सा था।

अमुवि में स्माइल ट्रेन कार्यक्रम के निदेशक और प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रोफेसर इमरान अहमद ने कहा कि यह कार्यक्रम दुनिया भर में 2 मिलियन स्माइल ट्रेन-समर्थित क्लेफ्ट सर्जरी के पूरा होने का जश्न मनाने के लिए शुरू किया गया थाजिसमें भारत में की गयी 700,000 सर्जरी शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक ईमारत रोशनी कार्यक्रम स्माइल ट्रेन परियोजना की 25 वीं वर्षगांठ मनाने के लिए आयोजित किया गया थाजिसका अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय एक हिस्सा है और प्लास्टिक सर्जरी विभाग में क्लेफ्ट होंठ सर्जरी की जाती है।

उन्होंने कहा कि इस पहल के माध्यम से परियोजना का उद्देश्य कटे होंठ और तालू के रोगियों की सुधारात्मक सर्जरी के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इस नेक कार्य से जुड़कर ऐसे लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना है।

“पैरा मेडिकल साइंसेज में रियल टाइम पीसीआर

 

जामिया मिल्लिया इस्लामिया के दीन दयाल उपाध्याय कौशल केंद्र ने पैरा मेडिकल साइंसेज में रियल टाइम पीसीआर के अनुप्रयोग” पर प्रशिक्षण सह कार्यशाला को आयोजित किया

 

जामिया मिल्लिया इस्लामिया के दीन दयाल उपाध्याय कौशल केंद्र ने पैरा मेडिकल साइंसेज में रियल टाइम पीसीआर के अनुप्रयोग” पर एक दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला को आयोजित किया । कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को भविष्य के गतिशील और कुशल कार्यबल बनाने के उद्देश्य से चिकित्सा निदान में नवीनतम प्रगति से अवगत कराना था।

 

दीन दयाल उपाध्याय कौशल केंद्र के स्नातक छात्रोंलैब तकनीशियनों और जीवन विज्ञान संकाय के पीएचडी शोधार्थियों ने कार्यशाला में प्रतिभागिता की। डॉ दुर्गेश सिंहसीनियर फील्ड एप्लीकेशन स्पेशलिस्टबायो-रेड लैबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेडगुरुग्राम ने क्वांटिटेटिव रियल टाइम-पीसीआर पर अपनी प्रस्तुति के साथ दिन की कार्यवाही की शुरुआत की। उन्होंने प्रतिभागियों को क्वांटिटेटिव एस्टीमेशन और क्यूपीसीआर वर्कफ़्लो की मूलभूत अवधारणाओं के बारे में जानकारी दी । डॉ दुर्गेश सिंह ने रियल टाइम पीसीआरडेटा विश्लेषण और समस्या निवारण के प्रमुख पहलुओं पर भी रोशनी डाली ।

 

डॉ मारिया हबीब (दीन दयाल उपाध्याय कौशल केंद्र) द्वारा कैंसर का शीघ्र पता लगाने में रियल टाइम पीसीआर के महत्त्व पर व्याख्यान दिया गया। तदुपरान्त डॉ दुर्गेश सिंह ने अपने पेशेवरों की टीम साथ प्रतिभागियों को क्वांटिटेटिव रियल टाइम-पीसीआर की स्थापना के बारे में प्रदर्शन दिया  ।

 

दीन दयाल उपाध्याय कौशल केंद्र के मानद निदेशक प्रो. जावेद अहमद खान द्वारा डॉ दुर्गेश सिंह को सम्मानित करने के उपरांत कार्यक्रम का समापन औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

Thursday, October 3, 2024

AMU celebrates Gandhi Jayanti




AMU VC Prof Naima Khatoon conducting the National Integration and Swachhhata Pledge at a commemorative programme on Gandhi Jayanti


 AMU celebrates Gandhi Jayanti with great zeal

ALIGARH, October 2: Very few people in the world have impacted the course of civilization as widely as Mahatma Gandhi, who stands much taller amongst the leaders who dominated this world over the last several centuries. The Aligarh Muslim University today celebrated his 155th birth anniversary with greater zeal as the International Day of Non-Violence at the University's Maulana Azad (MA) Library.

Addressing a gathering of AMU teachers, students and University staff at the Cultural Hall of the Library, AMU Vice Chancellor, Professor Naima Khatoon discussed how Gandhi Ji’s life as a teacher, author, friend and administrator continues to shape the way we think about leadership and social responsibility today.

She said that Mahatma Gandhi’s commitment to national unity and cleanliness was at the heart of his mission, and today, by taking these oaths, we honour his memory and reaffirm our own commitment to these vital causes.

Prof Khatoon stated that Gandhi was a friend to all, transcending barriers of religion, caste, or class. His understanding of human nature was deep, and he knew that real change came not through force but through empathy and compassion. This is why Gandhi Ji invited people to engage in self-examination, reflect on their actions, and align themselves with higher ideals of love and peace.

She said that Gandhi Ji’s calm persona, underlined by an unwavering belief in the strength of non-violent resistance, led to one of the most successful civil disobedience movements in history, and he successfully demonstrated that it is possible to lead with integrity, to act with courage, and to live in harmony with others, regardless of the circumstances.

The Vice-Chancellor highlighted Gandhi Ji’s idea of education that combined intellectual development with manual labour and spiritual reflection.

“He believed that learning should not just be a matter of acquiring knowledge but a holistic experience that shaped character and inculcated values,” she added.

Prof Khatoon emphasized that as we move forward into an increasingly complex and interconnected world, Gandhi’s ideals acquire even greater significance. In a time when technology and social media shape our realities, often blurring the lines between truth and illusion, Gandhi’s unwavering commitment to truth stands as a beacon of hope.

Prof Khatoon also conducted a National Integration and Swachhata pledge on this occasion urging people to never resort to violence and settle all disputes, whatsoever, by peaceful and constitutional means.

She also urged all to embrace the cleanliest way of life which makes the nation and the world clean and healthy, which is the best way to pay homage to Mahatma Gandhi, who dreamt of a country where people are self-inclined to keep their houses, their surroundings and their workplace clean in every respect.

Prof Meraj Ahmad from the Department of Hindi spoke on Gandhi Ji’s relevance in the present-day world. He stated that Gandhi Ji’s life and his principles encompassed the wider aspects of human life and they resonate today with greater emphasis on various counts, including world peace, human sufferings, growing social and political ills and selfless service to human kind.

Delivering a speech in English, Prof Arshi Khan, Department of Political Science, analysed Gandhi Ji’s role in fostering global peace and suggested ways to present day conflict situations in the light of his ideas of non-violence and Satyagraha.

AMU students, Syed Faheem Ahmad (B.Tech.) and Madiha Naaz (BA English) spoke on Mahatma Gandhi’s worth in today’s world and how he embodied compassion and courage.

While conducting the programme, Prof Vibha Sharma (Department of English) said that Gandhi Ji’s influence did not end with the fall of the British empire but reverberated across the world, touching every corner where justice was sought, where the oppressed yearned for dignity and justice and where humanity struggled to rise above its basest instincts.

AMU Registrar, Mr Mohammad Imran (IPS), other officials and guests were present on the occasion.

Earlier in the morning, the Vice Chancellor Prof Naima Khatoon inaugurated a big exhibition of books, monographs and photographs on various aspects of Mahatma Gandhi’s life and time which has been organized by the Maulana Azad Library and which is open for all till October 3 from 9.45 am to 5 pm.

Extending a vote of thanks, Prof Nishat Fatima, the University Librarian said that more than 600 books and documents in several languages have been put on display covering the various aspects of Mahatma Gandhi’s life. The most prominent documents include the books authored by Gandhiji, his collected works in 100 volumes and three issues of the newspaper “Harijan” (1939, 1940, and 1946).

She said that the handwritten letters by Mahatma Gandhi, especially a letter to Lady Ummat-ul-Islam, the daughter of Colonel Mohammad Hameed Khan, Finance Minister of the princely state of Patiala written on 20 July 1937, the letter written on 29 July 1942 to Abdul Bari, an old boy of AMU and a letter written to the AMU Student Union’s General Secretary on 7 January 1937 are of great interest to the visitors.

 

Tributes to Mahatma Gandhi

 JMI pays rich tributes to Mahatma Gandhi on his 155th Birth Anniversary, celebrates Sawachh Bharat Diwas

Jamia Millia Islamia (JMI) celebrated Swachh Bharat Diwas 2024 today to commemorate 155th Birth Anniversary of Mahatma Gandhi and to mark the completion of 10 years of the launch of one of the most significant mass movements for cleanliness – the Swachh Bharat Mission. The university paid rich tributes to father the nation Mahatma Gandhi by organising a number of programmes under “Swachhata Hi Seva Mela 2024".


Volunteers of NSS, JMI  under the supervision of its Programme Officer Dr Abid Hussain took out an awareness rally which was flagged off by the  Vice Chancellor Prof. Mohammad Shakeel from VC Office premises. The rally culminated at the Centenary Gate of the university after taking a round of the campus and nearby areas. Mr. M. Nasim Haider, Officiating Registrar, JMI was also joined the Vice Chancellor in flagging off the rally. Apart from volunteers of NSS, teachers and non-teaching staff of the university also participated in the rally.


Dr. Zakir Husain Library and Office of the Deans Students’ Welfare (DSW) of the university jointly organized a lecture and an exhibition titled "Mahatma Gandhi: Life and Works".  The exhibition was inaugurated by the Vice Chancellor in the presence of the Registrar, JMI, Mr. M. Nasim Haider, Deans, University Librarian Dr Vikas S. Nagrale, teachers and non-teaching staff.


Some of hand written private letters of Mahatma Gandhi in different languages, his photographs, books on him and by him, a copy of his newspaper ‘Young India’ and other significant archival materials have been displayed as part of the exhibition. The exhibition will be open for the audience for one week.


A special lecture commemorating the life and legacy of Mahatma Gandhi was also organised in the Library. Prof. Ravindran Gopinath from the Department of History JMI delivered the lecture.


Students of different departments presented speech on Mahatma Gandhi and his vision for India. The music team of the varsity sang Gandhi Ji's favourite Bhajan during the program. The program was concluded with the vote of thanks by the Deputy Librarian, Dr. Sufian Ahmad.


The university celebrated 'Swachhata Hi Sewa' fortnight celebration from 17th September which culminated today in Swachh Bharat Diwas.


Monday, September 30, 2024

AI and Digital Media Concludes

                       AMU VC Prof Naima Khatoon with other guests at a culture event during                                         the International Conference on AI and Digital Media 

                 ternational Conference on AI and Digital Media Concludes

ALIGARH, September 30: The two-day international conference on AI and Digital Media in Foreign Language Pedagogy, organized by the Department of Foreign Languages, Aligarh Muslim University (AMU), concluded with a valedictory address by the Dean of the Faculty of International Studies, Prof. Mohammad Azhar. He expressed a commitment to investigate further the role of Artificial Intelligence (AI) and digital tools in revolutionizing language education. He also congratulated the Department of Foreign Languages for providing an excellent platform for academic dialogue and fostering future collaborations.

Dr. Noorin Khan, Jamia Millia Islamia (JMI) was the guest of honour.  

The programme convener, Dr. Mayuresh Kumar, stated that the conference successfully initiated a critical dialogue. He emphasized that AI and digital media are reshaping the global landscape of language learning and added that his department is eager to explore these advancements in its future endeavors.

The Co-convener, Dr. Sawan Kumar Singh said that scholars and educators from around the world presented papers during multiple sessions, in online and offline modes, and explored various topics that spanned from the role of AI in personalized learning to the ethical considerations of digital media in language education. Notable highlights included plenary sessions by Prof. José Carlos Paes de Almeida Filho from the University of Brasilia, Brazil, and Prof. Pablo Gervas from Complutense University, Spain.

Extending a vote of thanks, the Co-convener, Dr. Murad Ahamad Khan, said that AI is playing an increasingly significant role in Spain's technological and economic development, and Spain is actively collaborating with the European Union to ensure the responsible use of AI.

He urged the students to participate in cultural and literary activities for an all-round development.

The event was further enriched by a captivating cultural program at Kennedy Auditorium, featuring a mesmerizing Ghazal recitation by Minu Bakshi. The AMU Vice-Chancellor, Prof. Naima Khatoon, along with other dignitaries, graced the cultural evening.


                                  








एनएसएस स्थापना दिवस मनाया


जामिया ने एनएसएस स्थापना दिवस मनाया

 

जामिया मिलिया इस्लामिया  के एनएसएस कार्यालय में 24 सितंबर, 2024 को एनएसएस स्थापना दिवस बड़े ही उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन जामिया के एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. आबिद हुसैन की देखरेख में किया गया।  कार्यक्रम के दौरान पुराने एवं  नए स्वयंसेवकों सहित स्वयंसेवक भी उपस्थित रहे।

 

 जश्न के तौर पर केक काटने का समारोह भी आयोजित किया गया।  स्वयंसेवकों को अपने संबोधन के दौरान डॉ. आबिद हुसैन ने एनएसएस में शामिल होने के लाभों और इसके नियमों के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने  यह कहा कि एनएसएस अपने स्वयंसेवकों के बीच सामाजिक सेवा और नेतृत्व विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है। यह छात्र जीवन के दौरान सामाजिक जिम्मेदारियों को समझने में भी सहायता करता है और छात्रों को विभिन्न सामाजिक सेवा गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित करता है।   एनएसएस विशेष रूप से नए छात्रों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम भी आयोजित करता है जहां छात्र अपने अनुभव साझा करते हैं और स्वयंसेवा के महत्व को समझते हैं।

 

कार्यक्रम का समापन स्वयंसेवकों द्वारा एनएसएस के उद्देश्यों और गतिविधियों पर चर्चा के साथ हुआजिसमें सभी प्रतिभागियों को समाज सेवा में अधिक सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया गया।

मुन्ना खालिद ने इंडोनेशिया में दो कांस्य पदक जीते

 जामिया के छात्र मुन्ना खालिद ने इंडोनेशिया पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल 2024 में दो कांस्य पदक जीते

 जामिया मिल्लिया इस्लामिया के पीएचडी छात्र मुन्ना खालिद ने इंडोनेशिया के सोलो शहर में आयोजित इंडोनेशिया पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल 2024 में दो कांस्य पदक जीते हैं। इस चैंपियनशिप का आयोजन बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन द्वारा किया गया था जिसमें दुनिया भर के देशों ने प्रतिभागिता की ।

 

ग्रुप मैच में  विजयी होने के उपरांत खालिद सेमीफाइनल में पहुंचे परंतु मैच में दक्षिण कोरिया के नंबर एक खिलाड़ी किम जेजे से वह 12-21 और 11-21 से हार गए। मिक्स्ड डबल में भी उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।

 

अभी हाल ही में जुलाई महीने में खालिद ने युगांडा पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप 2024 में स्वर्णरजत और कांस्य पदक जीते हैं । उन्होंने फरवरी, 2024 के महीने में पैरा बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप 2024 में भी भाग लिया। गत वर्ष दिसंबर में खालिद ने खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2023 में कांस्य पदक जीता था। भारत के लिए अभी तक खालिद ने सात अंतरराष्ट्रीय पदक जीते हैंजिसमें दो स्वर्णदो रजत और तीन कांस्य पदक शामिल हैं।

 

जामिया मिल्लिया इस्लामिया के कार्यवाहक कुलपति प्रो. मोहम्मद शकील ने मुन्ना खालिद को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और उनके भविष्य के प्रयासों में सफलता की कामना की।

 

जामिया मिल्लिया इस्लामिया के गेम्स एंड स्पोर्ट्स निदेशक प्रो. औरंगजेब खुर्रम हफीज ने उम्मीद जताई कि खालिद विश्वविद्यालय एवं देश के लिए और अधिक सम्मान अर्जित करेंगे। उन्होंने आगामी चैंपियनशिप के लिए उनकी सफलता की कामना की है ।

 

Saturday, September 28, 2024

SUHAIL SABIR KI ZINDGI AMU KE NAAM

Prof Suhail Sabir handing over a cheque of Rs 50 lakh to AMU finance officer Prof M Mohsin KhaN

 एएमयू के सेवानिवृत्त प्रोफेसर ने एंडोमेंट फंड बनाने के लिए 50 लाख रुपये का दान दिया

अलीगढ़ 28 सितंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग से सेवानिवृत्त हुए वरिष्ठ शिक्षक प्रोफेसर सुहैल साबिर ने प्रोफेसर सुहैल साबिर एंडोमेंट फंड के गठन के लिए एएमयू को 50 लाख रुपये का दान दिया है।

प्रोफेसर साबिर ने उक्त राशि का चेक विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी प्रोफेसर एम. मोहसिन खान को सौंपा और कहा कि इस से उत्पन्न आय का उपयोग सालाना साक्षात्कार-आधारित खुली चयन प्रक्रिया के माध्यम से विश्वविद्यालय के जरूरतमंद और योग्य छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करने के लिए किया जाएगा।

वित्त अधिकारी ने गरीब और जरूरतमंद छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने और सफल करियर बनाने में मदद करने के लिए उनके द्वारा उठाए गए इस उदार परोपकारी कदम के लिए प्रोफेसर साबिर को धन्यवाद दिया।

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