Saturday, June 5, 2021

Nawab Ibne Saeed Khan of Chhatari har dil azeez shakhsiyat aur hamare Rehnuma ab nahin rahe

 


प्रो चांसलर नवाब इब्ने सईद खान आफ छतारी के निधन पर एएमयू समुदाय ने जताया शोक

अलीगढ़, 2 जूनः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रो-चांसलर और एएमयू के सबसे वृद्ध पूर्व छात्र नवाब इब्ने सईद खान आफ छतारी का मंगलवार शाम अलीगढ़ में उनके आवास पर निधन हो गया। वह 98 वर्ष के थे। छतारी मस्जिदमैरिस रोडअलीगढ़ में उनकी नमाजे जनाजा अदा की गई और बुलंदशहर में उनके गृहनगर छतारी में दफनाया गया।

एएमयू के कुलपति प्रो तारिक मंसूर ने शोकाकुल परिवार और एएमयू समुदाय के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा नवाब इब्ने सईद खान एएमयू की परंपराओं और मूल्यों के प्रतिनिधि थे। समाज के सभी वर्गों के लिए शैक्षिक और आर्थिक अवसर पैदा करने के लिए उन्हें सदैव याद किया जाएगा। समाज के लिए उनकी अमूल्य सेवाओं को और बेहतर भविष्य बनाने का उनका जुनून कभी भुलाया नहीं जायेगा।

कुलपति ने कहामैं नवाब साहिब के परिवार और एएमयू समुदाय के प्रति संवेदना व्यक्त करता हू और शोक संतप्त परिवार के लिए धैर्य और शांति की प्रार्थना करता हूं। वह एक निस्वार्थ व्यक्ति और एएमयू के एक सच्चे प्रेमी और मार्गदर्शक थेसमाज के हर वर्ग के लोगों में उनका आदर और सम्मान था। उनके निधन ने एक गहरा शून्य छोड़ दिया हैजिससे पूरा एएमयू समुदाय दुखी है।

कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर और रजिस्ट्रार श्री अब्दुल हमीद आईपीएस उनके आवास पर भी गए और उनके शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की।

नवाब इब्न सईद खान का जीवन एएमयू को समर्पित था। वह एएमयू कोर्ट और कार्यकारी परिषद के सदस्य तथा एएमयू के मानद कोषाध्यक्ष भी रहे। 2018 में उन्हें लगातार दूसरी बार प्रो चांसलर चुना गया था।

वह एक उदार उपकारी परिवार से सम्बन्ध रखते थे। उनके परदादा नवाब लुत्फ अली खानमुहम्मदन एंग्लो-ओरिएंटल (एमएओ) कॉलेज फाउंडेशन कमेटी के संयोजक थे और 8 जनवरी, 1877 को सर सैयद अहमद खान के साथ उस समारोह में उपस्थित थेजिसमें भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड लिटन ने एमएओ कॉलेज की आधारशिला रखी थी। नवाब लुत्फ अली खान ने सोनेचांदी और तांबे के सिक्के भी दान किए थेजिन्हें शिलान्यास स्मारक के रूप में कैप्सूल में भूमिगत रखा गया था।

एएमयू में छतारी टेनिस पवेलियन का नाम नवाब इब्ने सईद खान के पिता नवाब अहमद सईद खान के नाम पर रखा गया है। उनके परिवार में दो बेटे श्री जावेद सईद और श्री हुमायूं सईदएक बेटी और पोते-पोतियां हैं।

इस दौरान कोविड प्रोटोकोल के साथ आयोजित एक बैठक में कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूररजिस्ट्रार श्री अब्दुल हमीद आईपीएस और विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारियों ने नवाब इब्ने सईद खान के निधन पर दुख व्यक्त किया।

विश्वविद्यालय ने उनके शोक में बुधवार को आधे दिन की छुट्टी की भी घोषणा की।


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