जेएन मेडिकल कालिज के प्रो. सैयद मोईद अहमद अल-करीम यूनिवर्सिटी, कटिहार के कुलपति नियुक्त
अलीगढ़, 22 मईः प्रोफेसर सैयद मोईद अहमद, जो एनेस्थिसियोलॉजी और क्रिटिकल केयर के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद् एवं विशेषज्ञ हैं, को बिहार के कटिहार स्थित अल-करीम यूनिवर्सिटी का कुलपति नियुक्त किया गया है। यह विश्वविद्यालय बिहार प्राइवेट यूनिवर्सिटीज एक्ट, 2013 के तहत स्थापित हुआ था और वर्ष 2019 में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा मान्यता प्राप्त है। उन्होंने कुलपति पद का आज कार्यभार ग्रहणकर लिया है।
प्रो. मोईद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में एनेस्थिसियोलॉजी और क्रिटिकल केयर विभाग में प्रोफेसर के रूप में कार्यरत थे। उन्हें तीन दशकों से अधिक का क्लिनिकल, शैक्षणिक और प्रशासनिक अनुभव प्राप्त है। उन्होंने एमबीबीएस कोलकाता विश्वविद्यालय से, एमडी और पीएचडी एएमयू से प्राप्त की है, और उन्हें एफआईसीसीएम, एफसीसीपी, एफआईएमएसए, एफआईसीए, एनएनएएमएस जैसी कई प्रतिष्ठित फेलोशिप से सम्मानित भी किया गया है। साथ ही वे लीड्स टीचिंग यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल, यूके से इंटेंसिव केयर मेडिसिन में इंटरनेशनल फेलो भी हैं।
क्रिटिकल केयर, डिफिकल्ट एयरवे मैनेजमेंट और रिससिटेशन साइंस के क्षेत्र में उनके योगदान को व्यापक सराहना मिली है। उन्होंने सीपीआर (सीओएलएस, बीसीएलएस, सीसीएलएस) और ऑल इंडिया डिफिकल्ट एयरवे गाइडलाइंस जैसे भारतीय दिशानिर्देश तैयार किए हैं। एक उत्कृष्ट शोधकर्ता के रूप में, उनके 130 से अधिक शोधपत्र राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशित हो चुके हैं। उन्होंने कई पुस्तकों का संपादन किया है और 50 से अधिक एमडी शोध कार्यों का मार्गदर्शन किया है।
वे ‘इंडियन जर्नल ऑफ एनेस्थीसिया (सेंट्रल सप्लीमेंट)’ के मुख्य संपादक रह चुके हैं और वर्तमान में ‘जर्नल ऑफ रिससिटेशन’ के प्रधान संपादक हैं। उन्होंने भारत और विदेशों में 150 से अधिक आमंत्रित व्याख्यान दिए हैं और कार्यशालाओं का नेतृत्व किया है। उन्होंने एआरडीएस, सर्पदंश, ऑर्गेनोफॉस्फोरस विषाक्तता, और आईसीयू-जनित संक्रमणों के प्रबंधन में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
एएमयू में एनेस्थिसियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल के दौरान, उन्होंने एमडी सीटों की संख्या 9 से बढ़ाकर 19 की, एक सिमुलेशन लैब की स्थापना की और जेएनएमसी के डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट के रूप में भी कार्य किया है। वे भारतीय एनेस्थिसियोलॉजिस्ट सोसाइटी, इंडियन रिससिटेशन काउंसिल और इंडियन सोसाइटी ऑफ क्रिटिकल केयर मेडिसिन सहित कई राष्ट्रीय पेशेवर संस्थाओं में नेतृत्व की भूमिका निभा चुके हैं।
उन्हें एएमयू के कुलपति, भारत के उपराष्ट्रपति और आईएसए के अध्यक्ष द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें डॉ. वाय.वी. भोजराज पुरस्कार (सर्वश्रेष्ठ समीक्षा लेख के लिए) और आईएनओ-यूएस बेस्ट एकेडेमिशियन एंड रिसर्चर अवार्ड सहित कई प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त हुए हैं।
उनकी नियुक्ति अल-करीम यूनिवर्सिटी के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और इससे विश्वविद्यालय को शैक्षणिक व शोध क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचने की उम्मीद है।
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