Prof Salma Ahmad Prof Ubaidullah Prof BD Khan Prof Subuhi Mustafa with other guest during the women’s Day programme at Tibbiya College
एमयू महिला क्लब ने परिधान, कलाकृति, हस्तशिल्प, सुलेख, पेंटिंग, आभूषण, घरेलू सजावट के सामान और किताबों के लगभग 40 स्टालों के साथ एक फेट का आयोजन किया। विमेंस कॉलेज की प्राचार्या और क्लब की संरक्षक प्रोफेसर नईमा खातून ने प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
क्लब ने युवा लड़कियों और महिलाओं के शैक्षिक और सामाजिक उत्थान के लिए धन जुटाने के उद्देश्य से जेएनएमसी छात्रों द्वारा दान की गई मूल कलाकृतियों की नीलामी भी आयोजित की। इस उत्सव के आयोजन के पीछे का उद्देश्य महिला उद्यमियों को बढ़ावा देना और स्टार्ट-अप का समर्थन करना था।सामुदायिक चिकित्सा विभाग में, ग्रामीण स्वास्थ्य प्रशिक्षण केंद्र, जवां में महिलाओं में निवेश प्रगति में तेजी लाएं विषय के तहत इस दिवस को मनाया गया। डॉ. शरद बंसल ने विषय की व्याख्या की, जबकि डॉ. अफीफा साकिब और डॉ. शुभम उपाध्याय (जेआर-2) ने संयुक्त रूप से लैंगिक समानता पर एक व्याख्यान प्रस्तुत किया। डॉ. अमीर अय्यूब ने समाज के विकास में महिलाओं की विभिन्न भूमिकाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।
डॉ. चंद्रमौली मित्रा ने एक इंटरैक्टिव सत्र का संचालन किया, जिसका मूल्यांकन डॉ. शिवांगी कुमारी, डॉ. दानिश कमल और डॉ. अल्थफ असीस ने किया।
कार्यक्रम के बाद एक मनोरंजक गतिविधि हुई जिसका समापन उपहार वितरण समारोह के साथ हुआ।
डॉ. जियाउद्दीन अहमद डेंटल कॉलेज के पेरियोडोंटिया और सामुदायिक दंत चिकित्सा विभाग ने कई मौखिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करके इस दिन को चिह्नित किया।
प्रोफेसर बदर जहां (ललित कला विभाग) और प्रोफेसर सलमा अहमद (बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग) द्वारा जज की गई ‘महिला और पेरियोडोंटल स्वास्थ्य’ विषय पर एक पोस्टर-मेकिंग प्रतियोगिता में मावरा फातमा, डॉ नैन्सी बुडाकोटी और हिबा शमीम ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया।
इंडियन सोसाइटी ऑफ पेरियोडोंटोलॉजी ने मौखिक स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए सहयोगात्मक प्रयासों का समर्थन करते हुए विजेताओं को प्रमाण पत्र से सम्मानित किया।
अजमल खान तिब्बिया कॉलेज के निस्वां वा कबालत विभाग ने दवाखाना तिब्बिया कॉलेज के सहयोग से इस दिन को मनाने के लिए दो स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए।
दवाखाना तिब्बिया कॉलेज की एमआईसी प्रोफेसर सलमा अहमद ने यूनानी चिकित्सा संकाय के डीन प्रोफेसर उबैदुल्ला खान, प्रोफेसर बी.डी. खान, प्रिंसिपल, एकेटीसी और प्रोफेसर सुबूही मुस्तफा, अध्यक्ष, निस्वां वा कबालत विभाग की उपस्थिति में एकेटीसी के ओपीडी नंबर 4 में पहले स्वास्थ्य शिविर का उद्घाटन किया।
लगभग 160 रोगियों को पीसीओडी, ल्यूकोरिया, एसटीडी, मासिक धर्म संबंधी विकार, पीआईडी, एनीमिया और प्रसवपूर्व जांच जैसे स्त्री रोग संबंधी मुद्दों के लिए परामर्श प्रदान किया गया तथा रक्त जांच के साथ मल्टीविटामिन, कैल्शियम और आयरन कैप्सूल का निःशुल्क वितरण किया गया।
दूसरा स्वास्थ्य शिविर दवाखाना तिब्बिया कॉलेज और सोच एनजीओ के सहयोग से अलीगढ के हुसैनाबाद इलाके में नई आबादी में आयोजित किया गया। शिविर का उद्घाटन प्रोफेसर उबैदुल्ला खान ने किया।
प्रो सलमा अहमद ने ऐसे स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य देखभाल पहल के महत्व पर जोर दिया। शिविर में 220 से अधिक रोगियों ने निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएँ प्राप्त कीं।
डॉ. फहमीदा जीनत ने डॉक्टरों, स्नातकोत्तर छात्रों और प्रशिक्षुओं की एक समर्पित टीम के साथ शिविरों का समन्वय किया।
गृह विज्ञान विभाग में, तीन दिवसीय कार्यक्रम के तहत जागरूकता बढ़ाने, सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और महिला उद्यमियों की उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए गए।
महिला हितधारकों और घर से काम करने वाली उद्यमियों के साथ नजदीकी एलआईजी कॉलोनी में एक नाटक के माध्यम से सामुदायिक शिक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में स्वच्छ परिवेश और मासिक धर्म स्वच्छता के महत्व पर जोर दिया गया। इस के अतिरिक्त विभिन्न आयु समूहों के लिए पोषक भोजन पकाना और महिला सशक्तिकरण पर नारा लेखन और ‘पोषक तत्व वाले खाने पकाने के लिए कच्चे माल में परिवर्तनः एक टिकाऊ दृष्टिकोण’ विषय पर खाना पकाने का एक कार्यक्रम और ‘स्थायी विकास के लिए परिवर्तनशील नेता के रूप में महिलाएं’ विषय पर एक समूह चर्चा का आयोजन भी इन कार्यकर्मों की विशेषता में शामिल था।
डॉ. सबा खान ने समाज में विकास के सतत प्रयासों में महिलाओं की भागीदारी और नेतृत्व में प्रणालीगत बाधाओं को दूर करने की आवश्यकता पर जोर दिया। डॉ. जेबा, डॉ. मरियम फातिमा और डॉ. इरम ने सतत विकास में महिलाओं के महत्वपूर्ण लेकिन अक्सर अज्ञात योगदान पर प्रकाश डाला।
No comments:
Post a Comment