Winners of SURE programme with Mr Talha Yunus Sareshwala with Prof Naima Khatoon Prof M Mohsin Khan Prof Asia Chaudhary Prof Imaulhaq
अलीगढ़, 8 अक्टूबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग द्वारा आयोजित उद्यमिता के माध्यम से शहरी नवीनीकरण को प्रोत्साहित करने वाला कार्यक्रम (श्योर) विश्वविद्यालय पॉलिटेक्निक कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित समापन सत्र के साथ संपन्न हो गया।
ह्यूस्टन विश्वविद्यालय (अमेरिका) के बाउर कॉलेज ऑफ बिजनेस के सहयोग से आयोजित बारह सप्ताह की कार्यशाला में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की प्रो. आसिया चैधरी और ह्यूस्टन विश्वविद्यालय (अमेरिका) की प्रो. सालेहा खुम्मावाला के बीच समझौता ज्ञापन के तहत यह कार्यशाला आयोजित की गई।
समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि, वित्तीय सेवा और व्यवसाय विकास विशेषज्ञ, ऑटोमोटिव और रिटेल विशेषज्ञ, लेखक और सलाहकार तल्हा यूनुस सरेशवाला ने नैतिकता पर आधारित व्यवसाय के प्रमुख पहलुओं पर चर्चा की, जिसमें नैतिक मूल्यों का पालन करना, झूठे दावे न करना, पारदर्शिता बनाये रखना और दीर्घकालिक वित्तीय योजनाएं विकसित करना शामिल है।
उन्होंने कहा कि सफल उद्यमी बनने के लिए आवश्यक है मेहनत और समर्पित भाव से सहनशीलता के साथ आगे बढ़ा जाए। सरेशवाला ने प्रतिभागियों से कहा कि उन्होंने वित्तीय साक्षरता में जो सीखा है उसे अमल में भी लायें।
अपने अध्यक्षीय भाषण में एएमयू की कुलपति और कार्यक्रम की मुख्य संरक्षक प्रो. नईमा खातून ने श्योर कार्यक्रम को एक अनूठी पहल बताया और युवा उद्यमियों को अपने व्यवसाय के विस्तार के लिए सीखने और रणनीतियों को लागू करने में सशक्त बनाने की इसकी क्षमता पर जोर दिया। उन्होंने उनसे असफलता की स्थिति में अपने जुनून को न छोड़ने का आग्रह किया, क्योंकि व्यवसायों के लिए त्याग, कड़ी मेहनत और दृढ़ता की आवश्यकता होती है।
श्योर कार्यक्रम के अध्यक्ष और एएमयू के वित्त अधिकारी प्रो. मोहम्मद मोहसिन खान ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य भारत में उद्यमशीलता को बढ़ावा देना और मेक इन इंडिया जैसी सरकारी पहलों के साथ तालमेल बिठाना है। उन्होंने सीमित व्यावसायिक ज्ञान और फंडिंग जैसी चुनौतियों से निपटने में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला।
श्योर कार्यक्रम की संयोजक और निदेशक प्रो. आसिया चैधरी ने कहा कि श्येार कार्यक्रम ने सैकड़ों लोगों को शिक्षित और प्रोत्साहित किया है और उन्हें नए व्यवसाय बनाने में मदद की है और नवोदित उद्यमियों को उद्योग विशेषज्ञों के साथ सहयोग करने और अपने व्यवसायों का विस्तार करने के लिए नई चीजें सीखने का मौका मिला है।
उन्होंने घोषणा की कि प्रतिभागियों में से एक को शार्क टैंक के अगले सीजन के लिए चुना गया है, जबकि 237 प्रतिभागियों को सॉफ्ट स्किल्स के साथ प्रशिक्षित किया गया है, जबकि 40 प्रतिभागियों ने अपना व्यवसाय शुरू किया है और 24 उद्यमियों को जेम, एमएसएमई, उद्यम पोर्टल पर पंजीकृत किया गया है।
प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिए गए जबकि असाधारण प्रतिभागियों को पुरस्कार दिए गए। पहला पुरस्कार उद्यमी, अली असगर बाल्टी और उनके सलाहकार मोहम्मद अकदस को मिला, जबकि दूसरा पुरस्कार हुमा अख्तर और आयशा तनवीर को मिला और तीसरा पुरस्कार डॉ. दीबा अबरार और हमजा सिद्दीकी को दिया गया।
डॉ. मोहम्मद सईम खान ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
No comments:
Post a Comment