Monday, August 28, 2023

एएमयू में नैनोमैटेरियल्स में कैरेक्टराइजेशन तकनीक पर कार्यशाला संपन्न

 L to R Prof Mm Sufyan Beg Prof Mohd Altamush Siddiqui Prof Mohd gulrez Prof Anchal Srivastava prof Afsar and Dr mohd Zahar Aziz releasing the souvenir at the interdisciplinary Nanotechnology centre

अलीगढ़ 24 अगस्तः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इंटरडिसिप्लिनरी नैनोटेक्नोलॉजी सेंटर (आईएनसी) द्वारा एडवांस्ड कैरेक्टराइजेशन टेक्निक्स एंड एप्लीकेशन इन नैनोमटेरियल्स विषय पर आयोजित कार्यशाला में विषय विशेषज्ञों, शिक्षकों और शोध छात्रों ने नैनोस्केल के रहस्यों और इसके अनुप्रयोगों पर चर्चा की।

मुख्य अतिथिएएमयू के कुलपति प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज ने कार्यशाला का उद्घाटन करते हुएकैरेक्टराइजेशन तकनीकों पर कार्यशाला आयोजित करने और वर्तमान दुनिया में नैनोमटेरियल्स के अनुप्रयोगों पर प्रकाश डालने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने शोध पत्रिका नैनोलेटर्स के वर्तमान अंक (खंड 2, अंक 1) का भी विमोचन किया।

इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय के डीनप्रोफेसर मोहम्मद अल्तमश सिद्दीकी ने विज्ञानप्रौद्योगिकी और जैव प्रौद्योगिकी के विभिन्न क्षेत्रों में नैनोमटेरियल के अनुप्रयोग पर चर्चा की। उन्होंने प्रतिभागियों को एक्स-रे डिफ्रेक्टोमीटर (एक्सआरडी) और यूवी-विजिबल एनआईआर स्पेक्ट्रोस्कोपी में प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए बधाई दी।

जेडएच कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के प्रिंसिपल प्रो. एम.एम. सुफियान ने कैरेक्टराइजेशन तकनीकों के महत्व पर बात की और कहा कि नैनोमटेरियल्स के कैरेक्टराइजेशन से प्राप्त अंतर्दृष्टि ने अग्रणी नवाचारों को जन्म दिया है जिन्होंने उद्योगों को नया आकार दिया और आम लोगों के जीवन में सुधार किया।

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की प्रोफेसर अंचल श्रीवास्तव ने ए जर्नी फ्रॉम आई टू इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी’ विषय पर व्याख्यान दिया और दर्शकों को माइक्रोस्कोपी की आकर्षक दुनिया के माध्यम से एक विस्मयकारी वर्चुअल यात्रा कराई।

उन्होंने माइक्रोस्कोपी तकनीकों के विकास और नैनोस्ट्रक्चर के रहस्यों को सुलझाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बताया।

इससे पूर्वमेहमानों का स्वागत करते हुएआईएनसी निदेशकडॉ. मोहम्मद अजहर अजीज ने कहा कि यह हमारे लिए नैनोस्केल दुनिया की जटिलताओं और विभिन्न क्षेत्रों में इसके परिवर्तनकारी प्रभाव का पता लगाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।

उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण सत्रों में प्रतिभागियों को सैद्धांतिक ज्ञान से आगे बढ़ने और सीधे उपकरण और कार्यप्रणाली में गोता लगाने का अवसर प्रदान किया गया जो नैनोमटेरियल अनुसंधान के लिए आवश्यक एडवांस्ड कैरेक्टराइजेशन तकनीकों को रेखांकित करता है।

डॉ. स्वालेहा नसीम ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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