शिवसमृद्धि संस्था द्वारा सांस्कृतिक एवं नृत्य कार्यक्रम कृष्णाजलि मैं आयोजित हुआ।
संस्था की अध्यक्ष डॉ अंशु सक्सेना ने बताया की आज कार्यक्रम मैं सर्वप्रथम विभाग प्रचारक गोविन्द जी, महानगर प्रचारक विक्रांत जी, पूर्व महापौर शकुंतला भारती, अशोक सक्सेना, राकेश सक्सेना,मानव फुलर डॉ वरुण सक्सेना, राज सक्सेना, गीतांजलि शर्मा ने दीप प्रज्ज्वलन कर शुभआरम्भ किया।
कार्यक्रम मैं विशिष्ट आतिथि के रूप मैं एडिशनल डायरेक्ट साधना राठौर, मुख्य चिकत्सा अधिकारी डॉ नीरज त्यागी, मुख्य चिकत्सा अधीक्षक डॉ नीता कुलश्रेष्ठ, डी एम ओ डॉ राहुल कुलश्रेष्ठ,डॉ राजीव अग्रवाल, कृष्ण गुप्ता,मौजूद रही।
इस कार्यक्रम मैं शिव समृद्धि संस्था के बच्चो के साथ मूक वाधिर बच्चो ने भी अपना नृत्य प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम मैं सर्वप्रथम समृद्धि सक्सेना ने कृष्ण वंदना प्रस्तुत की।
शिवसमृद्धि संस्था के बच्चो आरना, मनासी, हर्षिता, प्रज्ञा राजोरिया, मुस्कान, दीक्षा द्वारा विभिन्न कार्यक्रम के साथ होली की प्रस्तुति दी।
डॉ अंशु सक्सेना ने बताया कि ये विद्यार्थी पूरी तरह से न तो बोल सकते हैं और न ही सुन सकते हैं। ऐसे में इन्हें केवल इशारों से समझाकर ही प्रस्तुति को तैयार करवाया गया है। इसके लिए बोल और सुन न सकने के बावजूद बच्चों ने पिछले 15 दिन से मेहनत करके इस नृत्य को तैयार किया है। नृत्य में ये बच्चे आम बच्चों की तरह डांस के स्टेप पर अपनी भाव भंगिमाओं को प्रदर्शित करते हैं और बिना सुने गीत के बोल के अनुसार सही समय पर एक्शन करके सबको हैरत में डाल रहे थे।
डॉ काजल सिंह द्वारा बच्चो को पुरुस्कार देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने मैं राजीव अग्रवाल,संजय सक्सेना, कपिल वार्ष्णेय, आनंद सक्सेना, रुषि, डॉ सोम, प्रखर सक्सेना, जीतेन्द्र, रंजना गुप्ता, बबली शर्मा, रोमी तिवारी मौजूद रही
कार्यक्रम मैं विशिष्ट आतिथि के रूप मैं एडिशनल डायरेक्ट साधना राठौर, मुख्य चिकत्सा अधिकारी डॉ नीरज त्यागी, मुख्य चिकत्सा अधीक्षक डॉ नीता कुलश्रेष्ठ, डी एम ओ डॉ राहुल कुलश्रेष्ठ,डॉ राजीव अग्रवाल, कृष्ण गुप्ता,मौजूद रही।
इस कार्यक्रम मैं शिव समृद्धि संस्था के बच्चो के साथ मूक वाधिर बच्चो ने भी अपना नृत्य प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम मैं सर्वप्रथम समृद्धि सक्सेना ने कृष्ण वंदना प्रस्तुत की।
शिवसमृद्धि संस्था के बच्चो आरना, मनासी, हर्षिता, प्रज्ञा राजोरिया, मुस्कान, दीक्षा द्वारा विभिन्न कार्यक्रम के साथ होली की प्रस्तुति दी।
डॉ अंशु सक्सेना ने बताया कि ये विद्यार्थी पूरी तरह से न तो बोल सकते हैं और न ही सुन सकते हैं। ऐसे में इन्हें केवल इशारों से समझाकर ही प्रस्तुति को तैयार करवाया गया है। इसके लिए बोल और सुन न सकने के बावजूद बच्चों ने पिछले 15 दिन से मेहनत करके इस नृत्य को तैयार किया है। नृत्य में ये बच्चे आम बच्चों की तरह डांस के स्टेप पर अपनी भाव भंगिमाओं को प्रदर्शित करते हैं और बिना सुने गीत के बोल के अनुसार सही समय पर एक्शन करके सबको हैरत में डाल रहे थे।
डॉ काजल सिंह द्वारा बच्चो को पुरुस्कार देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने मैं राजीव अग्रवाल,संजय सक्सेना, कपिल वार्ष्णेय, आनंद सक्सेना, रुषि, डॉ सोम, प्रखर सक्सेना, जीतेन्द्र, रंजना गुप्ता, बबली शर्मा, रोमी तिवारी मौजूद रही
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