एएमयू में विश्व जनसंख्या दिवस पर व्याख्यान का आयोजन
अलीगढ़, 11 जुलाईः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रौढ़ सतत् शिक्षा एवं विस्तार केन्द्र द्वारा विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य वैश्विक जनसंख्या से जुड़ी चुनौतियों के प्रति जागरूकता फैलाना था। यह व्याख्यान सामाजिक कार्य विभाग के पूर्व अध्यक्ष, प्रोफेसर नसीम अहमद खान द्वारा प्रस्तुत किया गया।
प्रो. खान ने बताया कि विश्व जनसंख्या दिवस प्रतिवर्ष 11 जुलाई को मनाया जाता है, ताकि जनसंख्या वृद्धि और उसके सामाजिक व पर्यावरणीय प्रभावों पर ध्यान आकर्षित किया जा सके। उन्होंने यह भी बताया कि इस दिवस की शुरुआत 1989 में हुई थी और तब से यह दिन महत्वपूर्ण जनसांख्यिकीय प्रवृत्तियों और चुनौतियों को रेखांकित करने का एक प्रमुख मंच बन चुका है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में विश्व की जनसंख्या 8 अरब से अधिक हो चुकी है, और अनियंत्रित वृद्धि पर्यावरणीय स्थिरता, संसाधनों की उपलब्धता और जीवन की गुणवत्ता पर गंभीर प्रभाव डाल रही है। प्रो. खान ने यह भी बताया कि जनसंख्या वृद्धि पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों पर भारी दबाव डालती है। हालांकि, विश्व के विभिन्न देशों की सरकारों ने इस समस्या से निपटने के लिए अनेक उपाय अपनाए हैं, फिर भी स्वास्थ्य सेवाओं, आवास, शिक्षा और रोजगार जैसे क्षेत्रों में जनसंख्या वृद्धि अब भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।
उन्होंने “एक न्यायपूर्ण और आशावान विश्व में युवा अपनी पसंद का परिवार बना सकें- युवाओं को सशक्त बनाना” विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि युवाओं को प्रजनन से जुड़े निर्णयों के लिए अधिकार, संसाधन और अवसर प्रदान किए जाने चाहिए।
कार्यक्रम का समापन केंद्र के निदेशक डॉ. शमीम अख्तर के औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
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