बहु-विषयक अनुसंधान पर एएमयू के शिक्षा विभाग में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान शिक्षाविदों और विशेषज्ञों ने ‘बहुविषयक शोध’ के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।
मुख्य भाषण देते हुए प्रो. मारिया शारोन डेल रियो, डीन, स्कूल ऑफ एजुकेशन, ब्रुकलिन कॉलेज सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयॉर्क, यूएसए ने लैंगिक न्याय, पर्यावरण शिक्षा, और पाठ्यचर्या और शैक्षणिक गुणवत्ता सहित अनुसंधान में विभिन्न विषयों को शामिल करने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विशेष महत्व वाला गुणवत्तापूर्ण शोध समय की जरूरत है।
मानद अतिथि और कार्यक्रम के संरक्षक, प्रो. मिर्जा असमर बेग, डीन, सामाजिक विज्ञान संकाय ने बहु-विषयक अनुसंधान की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि एनईपी 2020 के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए उच्च शिक्षा संस्थानों को बहु-विषयक संस्थानों में बदलने की आवश्यकता है।
इससे पूर्व, शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रो मुजीबुल हसन सिद्दीकी ने अतिथि वक्ताओं का स्वागत किया और सम्मेलन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सम्मेलन में संबद्ध क्षेत्रों के कई शोध पत्र प्रस्तुत किए गए।
समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, संयुक्त राज्य अमेरिका की प्रो. शाहीन उस्मानी ने इस बात पर जोर दिया कि प्रारंभिक देखभाल पर विशेष ध्यान देने के साथ युवा शोधकर्ताओं द्वारा केस स्टडीज पर काम किया जाना चाहिए।
डॉ. बनवारी लाल नाटिया, अध्यक्ष, उत्तरी क्षेत्रीय समिति (एनआरसी), एनसीटीई, नई दिल्ली ने छात्रों को आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाने के लिए देश में शिक्षा की भूमिका पर चर्चा की।
सेवानिवृत्त प्रोफेसर अनवर जहां जुबेरी ने अपनी यादों को साझा किया और छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में नवीन शोध करने के लिए प्रेरित किया।
प्रो नसरीन ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
बी.एड. छात्रा अतिया फरीदी ने कार्यक्रम का संचालन किया।
No comments:
Post a Comment