Thursday, July 20, 2023

एएमयू के विधि संकाय द्वारा आपराधिक न्याय प्रणाली पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन

 Prof Faizan Mustafa Prof. Zafar Mahfooz Nomani Saba Zakaria present during the national seminar on criminal justice system  

         अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के विधि संकाय द्वारा संकाय के पूर्व डीन स्वर्गीय प्रोफेसर मोहम्मद जकारिया सिद्दीकी की स्मृति में भारत में आपराधिक न्याय प्रणाली पर’ विषय पर एक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया।

विधि संकाय के डीन प्रो. जफर महफूज नोमानी ने प्रो. रशीदा राना सिद्दीकी (प्रोफेसर सिद्दीकी की पत्नी)श्रीमती सबा जकारिया अहमद (बेटी) और फैसल जकारिया सिद्दीकी (पुत्र) की उपस्थिति में सेमीनार में भाग लेने वाले प्रतिभागियों और प्रतिनिधियों का स्वागत किया और प्रो. जकारिया सिद्दीकी को याद किया।

प्रोफेसर बलराज चैहानपूर्व कुलपतिधर्मशास्त्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीजबलपुर और राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीलखनऊ ने सेमिनार का उद्घाटन किया और सामान्य रूप से भारत और विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में अभियोजन प्रणाली में सुधार के लिए प्रोफेसर जकारिया सिद्दीकी के विद्वतापूर्ण योगदान पर प्रकाश डाला।

उद्घाटन सत्र में कश्मीर केंद्रीय विश्वविद्यालयश्रीनगर के पूर्व कुलपति प्रोफेसर मेराज उद्दीन मीर ने अपने संबोधन में एक शोधकर्ता के रूप में प्रो. जकारिया सिद्दीकी से अपने जुड़ाव को याद किया और आपराधिक न्यायशास्त्र और आपराधिक न्याय व्यवस्था के सिद्धांत के बुनियादी सिद्धांतों पर चर्चा की।

प्रोफेसर फैजान मुस्तफापूर्व कुलपतिद नेशनल एकेडमी ऑफ लीगल स्टडीज एंड रिसर्च यूनिवर्सिटीहैदराबाद पुरानी यादों में चले गए और उन्होंने वर्तमान आपराधिक न्याय प्रणाली में सुधार की रणनीति को बेहतर बनाने में आपराधिक कानून और अपराध विज्ञान पर प्रो. जकारिया के कार्यों को सराहा।

प्रो नुजहत परवीन खानपूर्व डीनविधि संकायजामिया मिलिया इस्लामियानई दिल्ली ने कानूनी शिक्षा में शामिल होने और किशोर न्याय और आपराधिक फोरेंसिक पर शोध करने के लिए प्रो जकारिया सिद्दीकी के प्रति उनका आभार जताया।

प्रोफेसर सैयद मोहम्मद अफजल कादरीपूर्व डीनस्कूल ऑफ लॉकश्मीर विश्वविद्यालयश्रीनगर ने आपराधिक और दंडात्मक परिप्रेक्ष्य में प्ली बार्गेनिंग और अधिकार आधारित पीड़ित दृष्टिकोण के क्षेत्र में अपने शोध मार्गदर्शन को याद किया।

पश्चिम बंगाल नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ ज्यूरिडिकल साइंसकोलकाता के प्रोफेसर सरफराज ए खान ने आपराधिक न्याय प्रणाली के तहत पीड़ितों के प्रोबेशनपैरोल और पुनर्वास पर प्रोफेसर जकारिया की विरासत को याद किया।

भारतीय विधि संस्थानदिल्ली के प्रोफेसर अनुराग दीप ने समकालीन परिप्रेक्ष्य में प्रोफेसर जकारिया सिद्दीकी द्वारा प्रतिपादित आपराधिक न्याय के प्रमुख सिद्धांतों को रेखांकित किया।

सेमिनार की अध्यक्षता अमेरिका के कैलिफोर्निया में इंजीनियरिंग के निदेशक और मशीन लर्निंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स के प्रमुख श्री फैसल जकारिया सिद्दीकी ने कीजिन्होंने कानून शोधकर्ताओं की पीढ़ियों के लिए कानूनी कौशल बनाने में अपने पिता के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला और समय के साथ उनकी विरासत को आगे बढ़ाने पर जोर दिया।

श्रीमती सबा जकारिया ने प्रो. सिद्दीकी की बौद्धिक परंपरा और विधि संकाय के शैक्षणिक माहौल को बढ़ावा देने की आवश्यकता को रेखांकित किया।

सेमिनार में केरलदिल्लीपश्चिम बंगालजम्मू-कश्मीरझारखंडहरियाणाउत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधियों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये।

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