Wednesday, April 5, 2023

PROF. TARIQ MANSOOR NOMINATED MLC, UP VIDHAN PARISHAD LKO : NOW PROF. MOHAMMAD GULREZ IS VICE CHANCELLOR OF AMU ALIGARH-

 

प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज ने एएमयू कुलपति का पदभार ग्रहण किया

DR. MASOOD AHMAD CONGRATULTE TO PROF. MOHAMMAD GULREZ FOR POST OF VICE CHANCELLOR, AMU, ALIGARH

        अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सहकुलपति प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज ने प्रोफेसर तारिक मंसूर से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति का पदभार ग्रहण कर लिया है। प्रोफेसर मंसूर ने उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य (एमएलसी) के रूप में नामित होने के बाद कुलपति के पद का पदभार छोड़ दिया था।
एएमयू रजिस्ट्रार, श्री मोहम्मद इमरान, आईपीएस द्वारा जारी एक आधिकारिक आदेश के अनुसार गत 2 अप्रैल, 2023 को एएमयू के वाइस चांसलर प्रोफेसर तारिक मंसूर के इस्तीफे के परिणामस्वरूप, प्रो-वाइस चांसलर प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज नए वाइस चांसलर के कार्यभार संभालने तक वाइस चांसलर के कर्तव्यों का निर्वाहन करेंगे।
अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन संकाय के पूर्व डीन, पूर्व डीन स्टूडेंट्स‘ वेलफेयर, पश्चिम एशियाई और उत्तरी अफ्रीकी अध्ययन विभाग के पूर्व अध्यक्ष, और सतत प्रौढ़ शिक्षा और विस्तार केंद्र के निदेशक, प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज संघर्ष समाधान और शांति अध्ययन कार्यक्रम के समन्वयक भी हैं और वृहद प्रशासनिक अनुभव भी रखते हैं।
अपने 36 साल के शिक्षण और अनुसंधान अनुभव के अलावा, प्रोफेसर गुलरेज ने सेंटर फॉर साउथ अफ्रीकन एंड ब्राजीलियन स्टडीज (अगस्त 2015) के निदेशक के रूप में भी काम किया, जिसकी स्थापना उन्होंने नवंबर 2011 में की थी। इससे पूर्व (जनवरी 1999 से जनवरी 2004 तक), उन्होंने रवांडा, अफ्रीका के राष्ट्रीय विश्वविद्यालय में राजनीतिक और प्रशासनिक विज्ञान विभाग में विजिटिंग फैकल्टी के रूप में कार्य किया और कार्यकारी परिषद, एएमयू के सदस्यय एएमयू मुर्शिदाबाद केंद्र के विशेष कार्य अधिकारीय स्कूल निदेशालय के संस्थापक निदेशक और आवासीय हॉल के प्रोवोस्ट रहे।
प्रोफेसर गुलरेज गरीबी उन्मूलन रणनीति पत्र (पीआरएसपी) परियोजना, रवांडा सरकार के लिए वर्ष 2002 में सलाहकार/शोधकर्ता, सुशासन (घटक) थे।
उन्होंने सात पुस्तकों का लेखन और संपादन किया है और भारत और विदेशों में प्रकाशित शोध पत्रिकाओं और पुस्तकों में शोध पत्रों का योगदान दिया है। कॉन्फ्लिक्ट ट्रांसफॉर्मेशन इन वेस्ट एशिया (2004), सेटलमेंट्स एंड रेजिस्टेंस इन द ऑक्युपाइड टेरिटरीज (एड.2005), कॉन्स्टिट्यूशनल पोल बैटलः ए स्टडी ऑफ ईरानी प्रेसिडेंशियल इलेक्शन 2005 (2008), एरिया स्टडीज इन इंडिया (एड.2009), अरब स्प्रिंग एंड प्रॉस्पेक्ट्स ऑफ पीस इन वेस्ट एशिया (2015), प्रॉस्पेक्ट्स ऑफ कोऑपरेशन इन हायर एजुकेशन एंड कैपेसिटी बिल्डिंगः ए केस भारत और श्रीलंका का अध्ययन (2017), आदि उनके कुछ प्रकाशनों में शामिल हैं ।
प्रोफेसर गुलरेज को 2017 में आईसीसीआर के साथ हाई कमीशन आफ इंडिया / कोलंबो विश्वविद्यालय, श्रीलंका के प्रतिष्ठित शॉर्ट टर्म चेयर प्रोफेसर के लिए सूचीबद्ध किया गया था। इस से पूर्व, सदस्य और संसाधन व्यक्ति के रूप में, प्रोफेसर गुलरेज ने आईसीडब्ल्यूएध्एमईए, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित प्री-इंडिया-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन (2013) के लिए घाना और सेनेगल में भारत का प्रतिनिधित्व किया।

वह एशियन रिव्यू इंस्टीट्यूट ऑफ एशियन स्टडीज, चुलालोंगकोर्न यूनिवर्सिटी, बैंकॉक, थाईलैंड के अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार बोर्ड में हैं।
प्रोफेसर गुलरेज वर्तमान में शांति प्रक्रिया के द्विपक्षीय और बहुपक्षीय ट्रैक दोनों पर ध्यान केंद्रित करते हुए विश्वास-निर्माण के उपायों पर काम कर रहे हैं। उनकी विशेषज्ञता का क्षेत्र संघर्ष समाधान, जातीय संघर्ष, नागरिक समाज और गरीबी उन्मूलन है। प्रोफेसर गुलरेज ने संयुक्त राज्य अमेरिका, ईरान, पाकिस्तान, लीबिया, रवांडा, दक्षिण अफ्रीका, थाईलैंड, यूनाइटेड किंगडम, सेनेगल, घाना, सऊदी अरब, किर्गिस्तान और कुवैत में विभिन्न विश्वविद्यालयों में व्याख्यान देने और सम्मेलनों और सेमिनारों में भाग लेने के लिए बड़े पैमाने पर यात्रा की है।
उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से एम.फिल और पीएचडी की डिग्री प्राप्त की है।

No comments:

Popular Posts