Monday, September 1, 2025

Eye donation at at 104 RAF Battalion By AMU Aligarh

 


M Saquib sensitising personnel about corneal blindness and the significance of pledging for eye donation at at RAF Battalion in Aligarh

104 बटालियन आरएएफ में एएमयू के नेत्र विज्ञान संस्थान द्वारा नेत्रदान जागरूकता अभियान

अलीगढ़, 1 सितम्बरः नेत्रदान पखवाड़ा के तहत अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालिज के नेत्र विज्ञान संस्थान के नेत्र बैंक की ओर से सोमवार को 104 बटालियन आरएएफरामघाट रोड पर नेत्रदान जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन कमांडेंट विनोद कुमार के सहयोग से हुआ। इस दौरान विशेषज्ञों ने कॉर्नियल अंधत्व की रोकथाम और नेत्रदान के महत्व पर प्रकाश डाला।

जेएनएमसी के आप्थलमोलोजी विभाग के डॉ. एम. साक़िब ने बताया कि एक नेत्र दाता की बदौलत दो नेत्रहीन व्यक्तियों को दृष्टि मिल सकती है। उन्होंने कहा कि मृत्यु के छह घंटे के भीतर कॉर्निया सुरक्षित किया जा सकता है और इससे मृतक के चेहरे पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। नेत्र बैंक की टीम चौबीसों घंटे सक्रिय रहती है ताकि शपथ लेने वाले व्यक्ति के निधन पर समय से नेत्र प्राप्त किए जा सकें।

कार्यक्रम में 50 से अधिक आरएएफ कर्मियों की आंखों की जांच की गई। उन्हें विभिन्न नेत्र रोगों और उनके बचाव के बारे में भी जानकारी दी गई। यह अभियान विभागाध्यक्ष प्रो. ए.के. अमितावा और प्रो. जिया सिद्दीकी (नेत्र बैंक प्रभारीनेत्र विज्ञान संस्थान) के नेतृत्व में संचालित हो रहा है।

गौरतलब है कि इससे पूर्व 25 अगस्त को एएमयू नेत्र बैंक ने देहदान संस्था के सहयोग से विशेष मदर टेरेसा शेल्टर होम में नेत्रदान एवं नेत्र-जांच शिविर लगाया। इस शिविर का संचालन डॉ. अमनडॉ. नदीमडॉ. हर्षितडॉ. सृष्टि और डॉ. शशांक ने किया।

कार्यक्रम में जेएनएमसीएच के स्नातक छात्रों आर्यन प्रताप सिंहअभिनव कुमारखदीजा फ़ातिमापलक गुप्ता और मोहम्मद सबूर ने नेत्रदान पर एक सड़क नाटक प्रस्तुत कियाजिसे मौजूद लोगों ने खूब सराहा। अंत में डॉ. साकिब ने सभी का आभार व्यक्त किया।

Sultan Jahan Public School


Prof Uzma Iram with his team during the Swachhata Pakhwada Awareness Programme at Sultan Jahan Public School

एएमयू सामुदायिक चिकित्सा विभाग द्वारा स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

अलीगढ, 1 सितम्बरः स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गतअलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जेएन मेडिकल कॉलेज के सामुदायिक चिकित्सा विभाग द्वारा सुल्तान जहां पब्लिक स्कूलशमशाद मार्केट में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसका उद्देश्य छात्रों में स्वच्छतास्वास्थ्य और साफ-सफाई की आदतें विकसित करना था।

कार्यक्रम में तीन विषयों हाथ धोना और व्यक्तिगत स्वच्छतामासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधनऔर सफाई कर्मचारियों की सेवाओं का सम्मान के बारे में छात्रों को बताया गया।

डॉ. आमिर अय्यूब और डॉ. राज युवराज सिंह ने हाथ धोने के महत्व को समझाया और विद्यार्थियों को सही तरीके से हाथ धोने की प्रैक्टिस कराई।

डॉ. समीना अहमद और डॉ. चंद्रमौली मित्रा ने कक्षा 4 और 5 की छात्राओं को मासिक धर्म से संबंधित बदलावसैनिटरी पैड का प्रयोगसुरक्षित निस्तारण और स्वच्छता पर जानकारी दी। उन्होंने मासिक धर्म से जुड़ी भ्रांतियों को दूर किया।

स्कूल की प्राचार्या आयशा नवाज़ की मौजूदगी में सफाई कर्मचारियों को प्रो. उज़मा इरम और डॉ. नेमा उस्मान ने सम्मानित किया।

यह कार्यक्रम छात्रों को व्यवहारिक सीख और जागरूकता के साथ सक्षम बनाने और समुदाय के कार्यकर्ताओं के प्रति सम्मान जगाने में सफल रहा।

Prof. Syed Ziaur Rahman


Prof. Syed Ziaur Rahman, Dr Arun S. Kumar, Dr Priya Gupta, and Dr Monica with students during the Academic Tour to AMU JNMC Pharmacology Department

 जेएनएमसी फार्माकोलॉजी विभाग में श्री साईं आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज के छात्रों का शैक्षणिक भ्रमण

अलीगढ, 1 सितम्बरः श्री साई आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के 36 द्वितीय वर्ष (प्रोफेशनल) बीएएमएस छात्रों ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज (जेएनएमसी) के फार्माकोलॉजी विभाग का शैक्षणिक दौरा किया। उनके साथ डॉ. अरुण एस. कुमारडॉ. प्रिया गुप्ता और डॉ. मोनिका भी थीं।

विभागाध्यक्ष प्रो. सैयद जिया-उर-रहमान के मार्गदर्शन में आयोजित इस भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को क्लिनिकल फार्मेसीक्लिनिकल फार्माकोलॉजीप्रायोगिक फार्माकोलॉजीफाइटोविजिलेंसफार्माकोविजिलेंस और मैटेरियोविजिलेंस जैसे विषयों की व्यावहारिक जानकारी प्रदान करना था।

विद्यार्थियों ने विभाग की विशेष प्रयोगशालाओं में इंटरैक्टिव सत्रों में भाग लियाजिनका संचालन विशेषज्ञों ने किया। इनमें डॉ. शमी़र पी.एस.डॉ. अहमर हसनडॉ. शारिक अहमद आजमीडॉ. सैयद जिया-उर-रहमानश्री गुफ़रान अली और डॉ. रशाद अहमद खान शामिल थे।

उन्हें भारतीय फार्माकोपिया आयोग के दो राष्ट्रीय कार्यक्रमोंफार्माकोविजिलेंस प्रोग्राम ऑफ इंडिया और मैटेरियोविजिलेंस प्रोग्राम ऑफ इंडिया के बारे में भी बताया गया। ये कार्यक्रम दवाओं के दुष्प्रभाव और चिकित्सा उपकरणों की सुरक्षा पर नज़र रखते हैं।

इस शैक्षणिक दौरे ने विद्यार्थियों को फार्माकोलॉजी और विजिलेंस विज्ञान के व्यवहारिक पहलुओं से जोड़ा और उनकी कक्षा शिक्षण को और प्रासंगिक बनाया।

प्रो. सैयद जिया-उर-रहमान ने छात्र दाल के साथ पधारे शिक्षकों का आभार व्यक्त किया।

JMI’s Sarojini Naidu Centre for Women’s Studies

 

JMI’s Sarojini Naidu Centre for Women’s Studies oranizes a Lecture on ‘Transgressive Love as an example of Historical Pluralism in South Asia’

 

The Sarojini Naidu Centre for Women’s studies organised an online lecture by eminent scholar Professor Inderpal Grewal on the topic ‘Transgressive Love as an example of Historical Pluralism in South Asia’ on 31st August 2025. The session was attended by scholars across universities and subjective fields and proved to be a great success.

 

The event was moderated by Phd scholar Preeti Maurya and commenced with introductory remarks by Dr. Amina Hussain. The welcome address was given by Prof. Nishat Zaidi, Honorary director of SNCWS who emphasized the importance of engaging with themes of post-modern imaginations of solidarity, especially within feminist studies.

 

In her thought-provoking lecture, Prof. Grewal examined transnational histories of plural societies and the mobility of people across geographical boundaries. Drawing on pre-modern love narratives such as Heer-Ranjha, she illustrated how these stories evoke memories of a pluralistic world that existed prior to the emergence of borders and nation-states—offering hope for renewed transnational solidarity in contemporary times.

 

The insightful session was followed by an intriguing set of questions from the audience around the themes of queer love, feminism in conflicted areas, and the re-invention of female solidarity in the current era. The lecture was officially ended with a vote of thanks given by Arushi Poddar, MA scholar at sncws.

 

  

Prof. Saima Saeed

Chief Public Relations Officer

Anti-Ragging Sensitization


Mohd Imran, Prof Ikram Ahmad, Dr Mohd Tahir, Dr Mohd Arif with others faculty members during the Orientation on Anti-Ragging Sensitization and Leadership Development for Social Work Students

 एएमयू में समाज कार्य के छात्रों के लिए एंटी-रैगिंग जागरूकता और नेतृत्व विकास पर ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित

अलीगढ़, 1 सितंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग द्वारा मास्टर ऑफ सोशल वर्क (एमएसडब्ल्यू) प्रथम सेमेस्टर के छात्रों के लिए एक ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नेतृत्व एवं व्यक्तित्व विकास और एंटी-रैगिंग जागरूकता विषयों पर व्याख्यान आयोजित किए गए।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में एएमयू के रजिस्ट्रार मोहम्मद इमरानआईपीएस ने नेतृत्व के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि नेतृत्व केवल एक पद नहींबल्कि ईमानदारीसहानुभूतिअनुशासन और दूसरों का मार्गदर्शन करने की क्षमता से जुड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने छात्रों को प्रतिदिन समाचार पत्र पढ़नेसामाजिकराजनीतिक और आर्थिक घटनाओं से अपडेट रहने और प्रभावी संवाद कौशल विकसित करने की सलाह दी। उन्होंने समय प्रबंधन और आत्ममंथन को अनुशासितआत्मविश्वासी और जिम्मेदार पेशेवर बनने के लिए आवश्यक बताया। उनका प्रेरणादायक संबोधन छात्रों को समाज के प्रति सकारात्मक योगदान देने वाले नेताओं के रूप में विकसित होने की प्रेरणा देता है।

इससे पूर्व प्रोक्टर प्रो. एम. वसीम अली ने छात्रों को एंटी-रैगिंग उपायों और परिसर की सुरक्षा के प्रति जागरूक किया। उन्होंने एंटी-रैगिंग अधिनियम, 2009 के प्रावधानों की विस्तार से जानकारी दी और बताया कि रैगिंग किसी भी रूप में दंडनीय अपराध हैजिसकी कड़ी कानूनी और अनुशासनात्मक कार्यवाही होती है। उन्होंने पूर्व मामलों का हवाला देते हुए बताया कि विश्वविद्यालय और यूजीसी ने शिकायतों पर सख्ती से कार्रवाई की है और जीरो टॉलरेंस नीति’ अपनाई है। उन्होंने एंटी-रैगिंग समितियों की भूमिकाशिकायत निवारण प्रणाली और परस्पर सम्मानअनुशासन और गरिमा बनाए रखने की अपील की। प्रो. अली ने नए छात्रों को मेहनतईमानदारी और जिम्मेदारी को सफलता की कुंजी बताया।

कार्यक्रम में प्रो. इकराम हुसैनडीनसंकाय सामाजिक विज्ञानप्रो. नसीम अहमद खान (सेवानिवृत्त) और समाज कार्य विभाग के शिक्षकगण उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. मोहम्मद आरिफ खान ने कियाजबकि डॉ. मोहम्मद उज़ैर ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और वक्ताओं के बहुमूल्य विचारों की सराहना की।

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