Prof Mohsin Khan, Mr Omar Peerzada with Saubaan Ahmad Siddiqui and Anas Khan Agriculture Drone Prototype
एएमयू पॉलिटेक्निक के छात्रों नेकृषि ड्रोन का प्रोटोटाइप बनाया
अलीगढ़, 17 सितम्बरः अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग के अंतिम वर्ष के डिप्लोमा छात्र सौबान अहमद सिद्दीकी और अनस खान ने स्वदेशी रूप से विकसित कृषि ड्रोन का प्रोटोटाइप एएमयू के सहकुलपति प्रोफेसर मोहम्मद मोहसिन खान के समक्ष प्रदर्शित किया। इस परियोजना का मार्गदर्शन डॉ. तनवीर हसन, एसोसिएट प्रोफेसर ने किया, जबकि टीम में मुजफ्फर हुसैन, एहतेशाम अहमद, अंकित तोमर, शबाब खान और ओमान अहमद अंसारी शामिल रहे।
छात्रों ने बताया कि यह ड्रोन हल्के वजन के विशेष ढाँचे पर आधारित है, जिसमें ऊँचाई से जमीन साफ दिखाई देती है। इसमें कीटनाशक टैंक और दो स्प्रे नोजल लगे हैं, जिन्हें ट्रांसमीटर से नियंत्रित किया जा सकता है और विभिन्न स्तरों पर स्प्रे किया जा सकता है। यह तकनीक सटीक और आधुनिक कृषि के लिए विशेष रूप से उपयोगी है।
प्रोफेसर मोहम्मद मोहसिन खान ने कहा कि यह युग नवाचार, स्टार्टअप्स और डिजिटल प्लेटफॉर्म का है और एएमयू को अपनी अपार प्रतिभा के बल पर अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने छात्रों के ड्रोन प्रोटोटाइप की सराहना करते हुए कहा कि यह भारतीय खेती की एक महत्वपूर्ण आवश्यकता को पूरा करता है और विश्वविद्यालय की शोध परंपरा तथा देशहित में योगदान की भावना को उजागर करता है।
छात्रों के अनुसार, यह ड्रोन किसानों को समान रूप से कीटनाशक वितरण में मदद करेगा, रसायनों की बर्बादी को घटाएगा, मजदूरी पर निर्भरता कम करेगा और फसल की उत्पादकता बढ़ाएगा। उनका लक्ष्य है कि छोटे और सीमांत किसान भी आसानी से और किफायती दर पर ड्रोन आधारित खेती का लाभ उठा सकें।
भविष्य की योजनाओं पर चर्चा करते हुए, छात्रों ने बताया कि वे टैंक की क्षमता बढ़ाने, बैटरी पैक में सुधार कर उड़ान समय लंबा करने और मल्टी-नोजल सिस्टम के जरिए स्प्रे कवरेज बढ़ाने पर काम कर रहे हैं। साथ ही, वे इसमें वास्तविक समय की निगरानी के लिए टेलीमेट्री, एआई आधारित फसल स्वास्थ्य मूल्यांकन और जीपीएस वे-पॉइंट नेविगेशन से पूरी तरह स्वचालित उड़ान जैसी उन्नत सुविधाएँ जोड़ने की योजना बना रहे हैं।
छात्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय से मिला प्रोत्साहन उनके हौसले को और मजबूत करता है तथा वे इस प्रोटोटाइप को किसानों के लिए व्यवहारिक समाधान के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
डॉ. तनवीर हसन ने कहा कि यह नवाचार एएमयू के युवाओं की तकनीकी क्षमता और रचनात्मक सोच को दर्शाता है तथा समाज हित में तकनीक आधारित समाधान विकसित करने की विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को उजागर करता है।
---------------------
No comments:
Post a Comment