Prof. Suhail Sabir
एएमयू छात्रों के लिए ‘प्रोफेसर सुहैल साबिर लाइफटाइम छात्रवृत्ति’ की स्थापना
शिक्षण संस्थान के प्रति प्रतिबद्धता का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत करते हुए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के 1988 बैच के छात्र, अमेरिका और कनाडा से जुड़े सेवानिवृत्त रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर सुहैल साबिर ने अपने पुत्र-पुत्रियों के साथ मिलकर एएमयू छात्रों के लिए एक स्थायी छात्रवृत्ति प्रदान किये जाने की घोषणा की है। यह पहल अलीगढ़ एलुमनाई एसोसिएशन, वॉशिंगटन डीसी के सहयोग से शुरू की गई है, जो पूर्व छात्रों की निष्ठा और परोपकारिता का उज्ज्वल उदाहरण है।
यह छात्रवृत्ति प्रो. सुहैल साबिर के एक शिक्षक, शोधकर्ता और मार्गदर्शक के रूप में विशिष्ट योगदान को सम्मानित करने के लिए स्थापित की गई है, ताकि योग्य छात्रों की शैक्षणिक यात्रा आर्थिक कठिनाइयों से प्रभावित न हो। सतत वित्तीय सहयोग के माध्यम से यह पहल उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता और समावेशिता को बढ़ावा देने के विश्वविद्यालय के मिशन को सुदृढ़ करती है।
प्रो. साबिर का एएमयू से जुड़ाव हमेशा शैक्षणिक गतिविधियों और संस्थागत सेवाओं के प्रति उनकी प्रतिबद्धता से परिभाषित रहा है। मार्गदर्शक और विद्वान की भूमिका के साथ-साथ उन्होंने प्रोवोस्ट और एएमयू एलुमनाई अफेयर्स कमेटी के चेयरमैन के रूप में 2018 तक सेवा दी। 2024 में सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने छात्र कल्याण और शिक्षा के प्रति अपनी आजीवन निष्ठा को और प्रबल किया तथा एएमयू में आर्थिक रूप् से पिछड़े छात्रों के लिए छात्रवृत्ति स्थापित करने हेतु 50 लाख रुपये का दान दिया।
एएएडीसी की ओर से आभार व्यक्त करते हुए छात्रवृत्ति समिति के चेयरमैन अफजल उस्मानी ने कहा कि यह गर्व की बात है कि प्रो. साबिर के छात्र और परिजन इस महान कार्य के लिए एएएडीसी को भागीदार बना रहे हैं। उनकी उदारता एएमयू से पूर्व छात्रों के गहरे रिश्ते को दर्शाती है और यह पहल अन्य कई लोगों को उज्ज्वल भविष्य गढ़ने में योगदान करने के लिए प्रेरित करेगी।
एएमयू एलुमनाई अफेयर्स कमेटी के चैयरमैन प्रो. सरताज तबस्सुम ने कहा कि यह महान पहल सर सैयद के दृष्टिकोण की भावना का प्रमाण है। इस स्थायी छात्रवृत्ति की स्थापना करके हमारे पूर्व छात्रों ने एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया है, जो अन्य लोगों को भी एएमयू छात्रों के समर्थन के लिए प्रेरित करेगा।
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