Saturday, December 20, 2025

International Minority Rights Day at Department of Political Science, AMU

 


Prof. Md. Nafees Ahmad Ansari, Prof. Md. Aftab Alam, Prof. Mirza Asmer Beg and Prof. Iqbalur Rehman during the programme International Minority Rights Day at Department of Political Science

एएमयू के राजनीति विज्ञान विभाग में अंतरराष्ट्रीय अल्पसंख्यक अधिकार दिवस मनाया गया

अलीगढ़, 18 दिसंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग ने अंतरराष्ट्रीय अल्पसंख्यक अधिकार दिवस के अवसर पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया। संगोष्ठी में अल्पसंख्यक अधिकारों से जुड़े संवैधानिक प्रावधानोंवैश्विक अनुभवों और वर्तमान चुनौतियों पर चर्चा की गई।

कार्यक्रम में वक्ताओं और प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. एम. नफीस अहमद अंसारी ने अल्पसंख्यक अधिकार दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह दिवस सरकारों को अल्पसंख्यकों के लिए प्रभावी कल्याणकारी नीतियाँ बनाने और उन्हें लागू करने की दिशा दिखाता है।

प्रो. अर्शी खान ने कहा कि किसी भी देश में अल्पसंख्यकों के साथ किया जाने वाला व्यवहार उस देश की असली पहचान होता है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए अपनाए गए पाँच सूत्री सुधारों का उल्लेख करते हुए उन्हें अन्य देशों के लिए भी उपयोगी बताया। प्रो. एम. आफताब आलम ने व्यक्तिगत और सामूहिक अधिकारों दोनों के महत्व को रेखांकित किया और भारतीय संविधान के अनुच्छेद 30 को भारत में अल्पसंख्यक अधिकारों की बुनियाद बताया।

प्रो. मोहम्मद मोहीबुल हक ने भारतीय संदर्भ में अल्पसंख्यकों की अवधारणा और उनकी श्रेणियों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों की पहचान और अधिकारों की रक्षा करना राज्य की जिम्मेदारी है और जबरन एकरूपता व नफरत फैलाने वाली सोच का विरोध किया जाना चाहिए। परवेज आलम ने अल्पसंख्यक और जनवाद विषय पर बोलते हुए बताया कि किस तरह बहुसंख्यक राजनीति में अल्पसंख्यक मुद्दा केंद्र में आ जाता है।

संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए प्रो. मिर्जा असमर बेग ने कहा कि भारत में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए दुनिया के सबसे मजबूत संवैधानिक ढाँचों में से एक है। उन्होंने संविधान निर्माताओं की दूरदर्शिता की सराहना कीजिन्होंने अल्पसंख्यक अधिकारों को मौलिक अधिकारों के अध्याय में शामिल किया।

कार्यक्रम का समापन प्रो. इकबालुर रहमान द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

Friday, December 19, 2025

एएमयू के सैयद हामिद सीनियर सेकेंडरी स्कूल (ब्वायज) में अंतर-विद्यालय फुटबॉल एवं वॉलीबॉल प्रतियोगिता

 


Saiyid Hamid Sr. Sec. School (Boys) winner team with Prof. Mohd. Wasim Ali, Prof. Yusuf Uzzaman Khan, Prof. Anwar Shahzad, Prof. Mohd. Azam Khan, Dr. Naushad Waheed, Mr. Sabahuddin and others

एएमयू के सैयद हामिद सीनियर सेकेंडरी स्कूल (ब्वायज) में अंतर-विद्यालय फुटबॉल एवं वॉलीबॉल प्रतियोगिता

अलीगढ़, 18 दिसंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सैयद हामिद सीनियर सेकेंडरी स्कूल (ब्वायज) में अंतर-विद्यालय फुटबॉल और वॉलीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गयाजिसमें विभिन्न स्कूलों की टीमों ने भाग लिया और खेल भावना व स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का परिचय दिया।

फुटबॉल के फाइनल मुकाबले में मेजबान स्कूल ने आरएमपीएस एएमयू सिटी स्कूल को 1-0 से पराजित कर खिताब अपने नाम किया। इसी तरह शानदार प्रदर्शन करते हुए सैयद हामिद सीनियर सेकेंडरी स्कूल (ब्वायज) की वॉलीबॉल टीम ने भी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्राॅक्टर प्रो. मोहम्मद वसीम अलीविशेष अतिथि सचिव यूनिवर्सिटी गेम्स कमेटी प्रो. यूसुफ उज्जमा खान तथा विशिष्ट अतिथि एमआईसी लैंड एण्ड गार्डन्स प्रो. अनवर शहजादडिप्टी डायरेक्टर स्कूल्स प्रो. मोहम्मद आजम खान और डॉ. नौशाद वहीद अंसारी (मानद अतिथि) उपस्थित रहे। उन्होंने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया और सर्वांगीण विकास में खेलों की भूमिका पर प्रकाश डाला।

प्रिंसिपल सबाहुद्दीन ने अतिथियों का स्वागत किया। पुरस्कार वितरण समारोह में विजेता और प्रतिभागी टीमों को पदक और ट्रॉफियाँ प्रदान की गईं। उप-प्रिंसिपल मोहम्मद जावेद खान ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए सभी टीमों को बधाई दी।

प्रतियोगिता का आयोजन आयशा इमरानडॉ. नौशाद नजीबडॉ. जीशान हैदरअशरफ खानमेराज अहमद और आरिश अजहर द्वारा किया गया। टूर्नामेंट का समापन टीमवर्कअनुशासन और खेल भावना के संदेश के साथ हुआ।

Prof. Anjum Parvez Appointed Principal of Jawaharlal Nehru College, AMU

 


Prof. Anjum Parvez Appointed Principal of Jawaharlal Nehru College, AMU

ALIGARH, December 15: Prof. Anjum Parvez, Professor in the Department of Medicine, Jawaharlal Nehru Medical College (JNMC), Aligarh Muslim University, has been appointed Principal of Jawaharlal Nehru College for a tenure of five years, with effect from the date of his joining.

Prof. Parvez is a senior academician with nearly three decades of teaching and research experience and has served AMU in several key academic and administrative capacities. He has previously held positions such as Chairman of the Department of Medicine, In-Charge of the Gastroenterology Unit, Director (Health), Medical Attendance Scheme, and Deputy Medical Superintendent at JNMC. He has also represented AMU on statutory bodies, including the Academic Council and the University Court.

An accomplished clinician and researcher, Prof. Parvez has guided a large number of MD theses and has published extensively in national and international peer-reviewed journals. He has also gained international academic exposure during his tenure as Professor of Internal Medicine at the National University of Science and Technology, Sultanate of Oman.

Public Relations Office

Aligarh Muslim University

JMI's Department of Teacher Training and Non-Formal Education commences a Week-long NSS and CCA Camp


जामिया के टीचर ट्रेनिंग और नॉन-फॉर्मल एजुकेशन विभाग ने किया एक सप्ताह का     
NSS और CCA कैंप शुरू

जामिया मिल्लिया इस्लामिया के टीचर ट्रेनिंग और नॉन-फॉर्मल एजुकेशन (IASE) विभाग ने आधिकारिक तौर पर अपना NSS और CCA कैंप शुरू किया। यह कैंप विभाग की को-करिकुलर एक्टिविटीज़ का एक ज़रूरी हिस्सा है जो 23 दिसंबर 2025 तक चलेगा। कैंप के पहले दिन सभी छात्र मौजूद थेजिसके बाद जेएमआई के DTT & NFE के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. आरिफ मोहम्मद ने एक ज़बरदस्त योग सेशन करवायाजिससे कार्यक्रम के लिए एक ऊर्जावान और सकारात्मक माहौल बना।

उद्घाटन कार्यक्रम की शुरुआत पवित्र कुरान की तिलावत से हुईजो इस कार्यक्रम की एक शुभ शुरुआत थी। इस मौके की भावना को बढ़ाते हुएजेएमआई के DTT & NFE के इंस्ट्रक्टर श्री ज़ीशान ज़मीर अहमद के नेतृत्व में तराना टीम ने मधुर आवाज़ में जामिया तराना और NSS गीत गायाजिससे प्रतिभागियों में उत्साह और गर्व भर गया।

इसके बादविभाग की प्रमुख प्रो. फराह फारूकी ने सभा को संबोधित किया और प्रो. वी. के. त्रिपाठीप्रोफेसर एमेरिटसभौतिक विज्ञानी और सामाजिक कार्यकर्ताप्रो. एजाज़ मसीहपूर्व डीनशिक्षा संकायऔर डॉ. आबिद हुसैनवरिष्ठ अधिकारी, NSS का गर्मजोशी से स्वागत किया। प्रो. फारूकी ने NSS कोऑर्डिनेटरप्रो. रूही फातिमा और डॉ. रईसा खान; CCA कोऑर्डिनेटरप्रो. तबस्सुम नक़ी और डॉ. आरिफ मोहम्मदके साथ-साथ सभी हाउस एडवाइज़र के समर्पित प्रयासों के लिए उन्हें धन्यवाद भी दिया। अपने संबोधन मेंउन्होंने आने वाले दिनों के लिए नियोजित गतिविधियों के माध्यम से स्वस्थ प्रतिस्पर्धाटीम वर्क और समग्र विकास के महत्व पर प्रकाश डाला।

सेशन डॉ. आबिद हुसैन के संबोधन के साथ जारी रहाजिन्होंने NSS गतिविधियों के महत्व पर ज़ोर दिया जो पेशेवर और व्यक्तिगत विकास दोनों को बढ़ावा देती हैं और ज़िम्मेदार और दयालु व्यक्तियों को बनाने में उनकी भूमिका पर बात की। उन्होंने एक व्यक्ति के समग्र विकास के लिए मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य की प्रासंगिकता पर भी प्रकाश डाला। उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि प्रो. वी. के. त्रिपाठी ने सामाजिक मुद्दों पर अपना संबोधन एक स्वरचित ग़ज़ल सुनाकर शुरू कियाजिसने छात्रों को प्रेरित किया। उन्होंने अपनी हाल ही में प्रकाशित किताब "अहिंसा के माध्यम से मुक्ति" के साथ-साथ जीवन के अनुभवों से उदाहरण साझा किए और छात्रों को पूर्वाग्रहों पर काबू पाते हुए दृढ़ताकरुणा और मानवता की मज़बूत भावना के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके बाद प्रो. एजाज़ मसीह ने अपना संबोधन दियाजिन्होंने मानवीय मूल्यों पर प्रो. त्रिपाठी के विचारों पर बात की और सहानुभूतिपूर्ण और नैतिक व्यक्तियों को आकार देने में एक सच्चे शिक्षक की भूमिका पर प्रकाश डाला।

औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन डॉ. रायसा खानअसिस्टेंट प्रोफेसरटीचर ट्रेनिंग और नॉन-फॉर्मल एजुकेशन विभागजेएमआई ने दिया। उन्होंने सफल उद्घाटन कार्यक्रम और आने वाले दिनों के लिए नियोजित भविष्य की गतिविधियों में उनके अमूल्य योगदान के लिए डीनशिक्षा संकायप्रमुख, IASE; NSS कोऑर्डिनेटरसंकाय सदस्योंविश्वविद्यालय प्रशासनहाउस सलाहकारोंछात्रोंऔर कार्यालय कर्मचारियों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। उद्घाटन सत्र राष्ट्रगान के साथ समाप्त हुआजिसके बाद संबंधित हाउस अपने आवंटित क्षेत्रों में चले गए।

दोपहर के भोजन के बादप्रत्येक हाउस ने अपने-अपने निर्धारित क्षेत्रों में कैंपस विकास पहलों में भाग लिया। इन गतिविधियों में झाड़ू लगानापेड़-पौधों की छंटाई करनादीवारों से पुराना पेंट हटानामैदानों की सफाई करना और विभागीय माहौल को बेहतर बनाने के लिए डिज़ाइन किए गए विभिन्न अन्य स्वच्छता अभियान शामिल थे।

NSS कैंप के अगले सात दिनों के दौरानछात्र दीवारों और बेंचों पर सफेदी-पेंट करनेविभिन्न विभागीय क्षेत्रों की सफाई करने और कैंप के हिस्से के रूप में नियोजित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने जैसी गतिविधियाँ जारी रखेंगे। छात्रों के बीच रचनात्मकतासांस्कृतिक अभिव्यक्ति और टीम वर्क को प्रोत्साहित करने के लिए बैत बाज़ीफैंसी ड्रेससूफ़ियाना कव्वाली और स्ट्रीट प्ले जैसी विभिन्न अंतर-हाउस प्रतियोगिताओं की भी योजना बनाई गई है। आठ हाउसों के छात्रअर्थात्: अजमलअंसारीआज़ादगांधीमुजीबनेहरूसैय्यदैन और ज़ाकिर हाउसइस सप्ताह भर चलने वाले कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लेंगेप्रत्येक भारत के एक अलग क्षेत्र और भाषा का प्रतिनिधित्व करेगाजो भारत की भाषाई विविधता की थीम पर प्रकाश डालेगा।

कार्यक्रम के अंतिम दिन मज़ेदार गतिविधियोंप्रदर्शनों और फ़ूड स्टॉलों का आयोजन होगाजो एक जीवंत सांस्कृतिक उत्सव के साथ समाप्त होगा। यह कार्यक्रम टीचर ट्रेनिंग और नॉन-फॉर्मल एजुकेशन (TT & NFE) विभाग की एक महत्वपूर्ण गतिविधि हैजिसमें B.Ed. के पहले सेमेस्टर के छात्र शामिल हैं। (जनरल)बी.एड. (नर्सरी)और डी. एल. एड. प्रोग्राम।


प्रोफेसर साइमा सईद

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी

Wednesday, December 17, 2025

प्रोफेसर डॉ. दीबा खानम ने बांझपन और प्रजनन चिकित्सा में एक वर्षीय फेलोशिप

 


Dr. Deeba Khanam receiving the certificate of Fellowship in Infertility and Reproductive Medicine 

एएमयू की फैकल्टी सदस्य ने बांझपन व प्रजनन चिकित्सा में फेलोशिप पूर्ण की

अलीगढ़, 15 दिसंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ. दीबा खानम ने बांझपन और प्रजनन चिकित्सा में एक वर्षीय फेलोशिप सफलतापूर्वक पूरी कर ली है। यह फेलोशिप कर्नाटक स्थित कामिनी राव हॉस्पिटल्स से की गईजो यूनिवर्सिटी ऑफ श्री सिद्वार्थ एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन से संबद्ध है।

डॉ. खानम को यह प्रशिक्षण पद्मश्री प्रोफेसर कामिनी ए. राव के मार्गदर्शन में मिलाजो भारत में आईवीएफ और सहायक प्रजनन तकनीक की अग्रणी विशेषज्ञ हैं। फेलोशिप के दौरान उन्हें बांझपन के इलाजस्त्री रोग अल्ट्रासोनोग्राफीअंडाणु संग्रहभ्रूण स्थानांतरणगर्भाशय में शुक्राणु प्रवेशन (आईयूआई) तथा कम चीरा-फाड़ वाली आधुनिक प्रजनन तकनीकों का सैद्धांतिक और व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने यह कार्यक्रम विशिष्ट श्रेणी में पूरा किया।

AMU Social Work Department Launches Winter Camp in Adopted Village Mirzapur

 


AMU Social Work Department Launches Winter Camp in Adopted Village Mirzapur

एमयू के सामाजिक कार्य विभाग ने गोद लिए गए गांव मिर्जापुर में शीतकालीन शिविर शुरू किया

अलीगढ़, 15 दिसंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सामाजिक कार्य विभाग ने अपने जनसंपर्क और विस्तार कार्यक्रमों के तहत ग्रामीण समुदाय के लिए एक सप्ताह का शीतकालीन शिविर शुरू किया है। यह शिविर उन्नत भारत अभियान के उद्देश्यों और विकसित भारत की परिकल्पना के अनुरूप आयोजित किया जा रहा है। शिविर एएमयू द्वारा गोद लिए गए गांव मिर्जापुर में 15 से 20 दिसंबर तक चलेगा।

कार्यक्रम का शुभारंभ सामाजिक विज्ञान संकाय के डीन और विभागाध्यक्ष प्रो. इकराम हुसैन ने किया। शिविर में शिक्षाएसवीईईपी गतिविधियों के माध्यम से मतदाता जागरूकतापर्यावरणस्वास्थ्य और स्वच्छता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विशेष ध्यान दिया जाएगाताकि स्थानीय समुदाय को सशक्त बनाया जा सके।

इस शीतकालीन शिविर का समन्वय डॉ. मोहम्मद ताहिर कर रहे हैं। उनके साथ विभाग के शिक्षक डॉ. कुर्रतुलऐन अलीडॉ. शाइना सैफडॉ. मोहम्मद आरिफ खानडॉ. अंदलीबडॉ. मोहम्मद उजैरडॉ. समीरा खानम और डॉ. अनम आफताब भी सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं। सामाजिक कार्य विभाग के शोधार्थी और एमएसडब्ल्यू प्रथम व तृतीय सेमेस्टर के छात्र ग्रामीण जनता के लाभ के लिए विभिन्न जागरूकता और विकास से जुड़ी गतिविधियों में भाग लेंगे।

‘Evidence-Based Volume on Rural Infrastructure and Viksit Bharat Vision

 


VC, JMI releases a book on ‘Evidence-Based Volume on Rural Infrastructure and Viksit Bharat Vision

जामिया मिल्लिया इस्लामिया के कुलपति ने 'एविडेंस बेस्ड वोल्यूम ऑन रूरल इन्फ्रास्ट्रकचर एंड विकसित भारत विज़न’का विमोचन किया

 

जामिया मिल्लिया इस्लामिया (JMI) ने 'विकसित भारत में ग्रामीण बुनियादी ढांचा और सामाजिक-आर्थिक विकास – पूर्वोत्तर भारत के परिप्रेक्ष्यनामक एक नई विद्वतापूर्ण पुस्तक के लॉन्च की घोषणा की हैजिसे जामिया के वाणिज्य और व्यवसाय अध्ययन विभाग के प्रो. देबर्षि मुखर्जी और त्रिपुरा विश्वविद्यालय के डॉ. राजेश चटर्जी ने लिखा है। माननीय कुलपति प्रो. मज़हर आसिफ़ ने आधिकारिक तौर पर पुस्तक का विमोचन किया और इसकी प्रस्तावना भी लिखी हैजो भारत के विकास विमर्श में इसके महत्व पर प्रकाश डालती है।

 

जनगणना 2011 और NSSO 66वें दौर के डेटा पर आधारित पिछले अध्ययनों की सीमाओं को पार करते हुएयह शोध एक अग्रणीसाक्ष्य-आधारित विश्लेषण प्रदान करता है कि ग्रामीण बुनियादी ढांचा पूर्वोत्तर भारत में सामाजिक-आर्थिक विकास को कैसे प्रभावित करता है। लेखकों ने मौजूदा साहित्य में एक महत्वपूर्ण कमी की पहचान की है और चार प्रमुख विषयों पर ध्यान केंद्रित किया है। सबसे पहलेवे व्यवस्थित रूप से ग्रामीण बुनियादी ढांचे का पता लगाते हैंजो मैक्रो-स्तरीय विवरणों से परे है। दूसरेवे इस बात पर जोर देते हैं कि बुनियादी ढांचा न केवल भौतिक हैबल्कि सामाजिक और आर्थिक प्रगति के लिए एक उत्प्रेरक भी है - जिसमें जीवन स्तर में सुधार के लिए शिक्षास्वास्थ्यपानीस्वच्छतापोषण और ग्रामीण सेवाएं शामिल हैं। तीसरेयह अध्ययन अपने निष्कर्षों को विकसित हो रही सरकारी नीतियों और बुनियादी ढांचे के वितरण के संदर्भ में रखता हैजो क्षेत्रीय योजना के लिए प्रासंगिक अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। चौथेयह फील्ड साक्षात्कारसांख्यिकीय विश्लेषण और क्षेत्रीय तुलनाओं को एकीकृत करके नवीन कार्यप्रणाली का उपयोग करता हैजो भविष्य के शोध के लिए एक नया मानक स्थापित करता है।

 

यह पुस्तक महत्वपूर्ण जमीनी वास्तविकताओं को दर्ज करती हैजैसे कि खराब शैक्षिक स्तर ग्रामीण समुदायों को वित्तीय सहायता प्राप्त करने से कैसे रोकते हैं - भले ही योजनाएं और ऋण उपलब्ध हों - क्योंकि सुनिश्चित बाय-बैक तंत्र और संस्थागत समर्थन की कमी है। यह इस बात पर भी प्रकाश डालता है कि सबसे कम विकसित पंचायतों (LDPs) मेंकमजोर बुनियादी ढांचा और खराब परिवहनखासकर सूर्यास्त के बादशारीरिक और मनोवैज्ञानिक अलगाव का कारण बनता हैजिससे निवासी बैंकिंग और प्रशासनिक सेवाओं के लिए स्थानीय सरकार पर निर्भर हो जाते हैं। ये अंतर्दृष्टि नीति निर्माताओंविकास चिकित्सकों और वित्तीय संस्थानों के लिए क्षेत्र के लिए उपयुक्त हस्तक्षेप डिजाइन करने के लिए मूल्यवान मार्गदर्शन के रूप में काम करती हैं।

 

लॉन्च के दौरानप्रो. मज़हर आसिफ ने लेखकों को उनके अग्रणी योगदान के लिए सराहा और भारत की विकसित भारत पहल के लिए पूर्वोत्तर भारत में ग्रामीण बुनियादी ढांचे के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि यह किताब संवेदनशील और रणनीतिक क्षेत्रों में क्षेत्रीय विकाससमानता और सामाजिक न्याय पर फिर से सोचने के लिए एक मजबूत विश्लेषणात्मक ढांचा और कार्रवाई योग्य साक्ष्य पेश करती है।

 

यह किताब, 'रूरल इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड सोशिओ इकोनोमिक ग्रोथ इन विकसित भारत-पर्सपेक्टिव ऑफ़ नॉर्थ ईस्ट इंडिया’ग्रामीण विकासबुनियादी ढांचे और पूर्वोत्तर भारत के अध्ययन में रुचि रखने वाले विद्वानोंनीति निर्माताओंविकास एजेंसियों और छात्रों के लिए बहुत प्रासंगिक होगी।'

 

 

प्रोफेसर साइमा सईद

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी

JMI Shooting Player clinches Silver Medal in 10m Air Pistol

 


JMI Shooting Player clinches Silver Medal in 10m Air Pistol (Individual event) and Bronze Medal in 10m Air Pistol (Team event) in Junior Category at the 7th National Sikh Games 2025-2026

जेएमआई के शूटिंग खिलाड़ी ने 7वें नेशनल सिख गेम्स 2025-2026 में जूनियर कैटेगरी में 10m एयर पिस्टल (व्यक्तिगत स्पर्धा) में सिल्वर मेडल और 10m एयर पिस्टल (टीम स्पर्धा) में ब्रॉन्ज मेडल जीता

 

जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआईके बी.. (ऑनर्स) हिस्ट्रीफर्स्ट ईयर के छात्र और यूनिवर्सिटी के शूटिंग खिलाड़ी मुकाबीर ने 4-7 दिसंबर, 2025 तक दिल्ली के गन्स ऑफ नेशंस शूटिंग स्पोर्ट्स एकेडमी में आयोजित 7वें नेशनल सिख गेम्स 2025-2026 में शानदार प्रदर्शन किया। जूनियर कैटेगरी में प्रतिस्पर्धा करते हुएमुकाबीर ने 10m एयर पिस्टल (व्यक्तिगत स्पर्धा) में सिल्वर मेडल और 10m एयर पिस्टल (टीम स्पर्धा) में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया।

 

युवा शूटिंग चैंपियन को उनकी शानदार उपलब्धि और खेल भावना के लिए बधाई देते हुएजेएमआई के माननीय कुलपति प्रो. मज़हर आसिफ ने मुकाबीर की सफलता की सराहना की और भविष्य की प्रतियोगिताओं के लिए उन्हें शुभकामनाएं दीं ताकि वह यूनिवर्सिटी का नाम रोशन करते रहें।

 

जेएमआई के रजिस्ट्रार प्रो. मो. महताब आलम रिज़वी ने भी मुकाबीर के समर्पित प्रयासों की सराहना की और उन्हें आने वाले टूर्नामेंट में और अधिक सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं।

 

उनकी कड़ी मेहनतसमर्पण और खेल के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना करते हुएजेएमआई के गेम्स एंड स्पोर्ट्स के मानद निदेशक प्रो. नफीस अहमद ने मुकाबीर की संस्था का नाम रोशन करने के लिए प्रशंसा की और उन्हें अपने खेल करियर में और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया और उन्हें हर संभव समर्थन का वादा किया।

 

प्रो. साइमा सईद

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी

AMU ZHCET Celebrates Golden Jubilee Reunion of 1975 Engineering Batch

 एएमयू जेड.एच.सी.ई.टी. में 1975 इंजीनियरिंग बैच का स्वर्ण जयंती पुनर्मिलन समारोह आयोजित

अलीगढ़, 16 दिसम्बरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (जेडएचसीईटी) में वर्ष 1975 के बी.एससी. इंजीनियरिंग बैच का स्वर्ण जयंती पुनर्मिलन समारोह कॉलेज के असेम्बली हॉल में आत्मीय और भावनात्मक वातावरण में आयोजित किया गया। इस अवसर पर लगभग 30 पूर्व छात्रउनके परिजनकॉलेज के वर्तमान एवं पूर्व शिक्षक तथा प्रिंसिपल शामिल हुए।

पुनर्मिलन समारोह का आयोजन जेडएचसीईटी के कर्मचारियों और 1975 बैच के सदस्यों द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम में बैच के पूर्व छात्र मजहर अली ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और बताया कि कई पूर्व छात्र सऊदी अरब और कुवैत सहित दूर-दराज स्थानों से इस अवसर पर शामिल होने आए। उन्होंने कॉलेज की शैक्षणिक यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रारंभ में सिविलमैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की केवल तीन शाखाओं से शुरू हुआ यह संस्थान आज एक विस्तृत शैक्षणिक स्वरूप में विकसित हो चुका है। उन्होंने विश्वविद्यालय की स्थापना में सर सैयद अहमद खान की दूरदर्शी भूमिका को भी स्मरण किया।

कार्यक्रम के दौरान बैच को पढ़ाने वाले सेवानिवृत्त शिक्षकों ने अपने अनुभव साझा किए। जेडएचसीईटी के प्रिंसिपल प्रो. मोहम्मद मुजम्मिल ने कॉलेज की हालिया शैक्षणिक और आधारभूत उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। वरिष्ठ शिक्षकों प्रो. एस. एच. मोहसिनप्रो. फरीद गनीप्रो. तारिक जिलानीप्रो. आरिफ सुहैल और प्रो. जमीलुर्रहमान ने भी अपने संस्मरण साझा किएजबकि प्रो. तारिक जिलानी ने पूर्व छात्रों से समाज और पेशेवर जीवन में सक्रिय योगदान जारी रखने का आह्वान किया।

पूर्व छात्रों उस्मानुल हक खानअभय गोयलमोहम्मद सलीमअफसर अमीनबशारतुल्लाह खानविजय ढल्लाइकबाल आजमसलमान सिद्दीकीजफरुल्लाहहबीब खानशराफतुल्लाह खान और सैयद नसीम अहमद सहित अन्य ने अपने छात्र जीवन और स्नातक होने के बाद के पेशेवर अनुभव साझा किए।

दिवंगत साथियों और शिक्षकोंजिनमें तुहिन चटर्जीसाबिर अली खान और सलीम सिद्दीकी शामिल हैंकी स्मृति में दो मिनट का मौन रखा गया। पूर्व छात्रों को स्मृति-चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया।

Sunday, December 14, 2025

AMU VC inaugurate Flower show


AMU VC inaugurate Flower show with others official and faculty members.


AMU VC with others official and faculty members watching the flower show.

 एएमयू कैंपस में रंगों की बहार, वार्षिक गुलदाउदी, कोलियस व गुलाब प्रदर्शनी का आयोजन

अलीगढ़, 13 दिसंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के गुलिस्तान-ए-सैयद में वार्षिक गुलदाउदीकोलियस और गुलाब प्रदर्शनी-2025 का भव्य आयोजन किया गया है। दो दिवसीय यह पुष्प प्रदर्शनी 13 और 14 दिसंबर को विश्वविद्यालय के भूमि एवं उद्यान विभाग द्वारा आयोजित की गईजिसमें विश्वविद्यालय के साथ-साथ अलीगढ़ क्षेत्र के लोगों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए कुलपति प्रो. नइमा खातून ने बगीचे को मनमोहक फूलों और रंगों से सजीव बनाने वाले उद्यान कर्मियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि एएमयू के हरे-भरे क्षेत्र प्रकृति के प्रति हमारी सामूहिक जिम्मेदारी को दर्शाते हैं। ऐसे कार्यक्रम न केवल कैंपस की सुंदरता बढ़ाते हैंबल्कि छात्रों और समाज में पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी पैदा करते हैं।

फूलों की इस प्रदर्शनी में बागवानी कला के शानदार नमूने सात प्रतिस्पर्धी वर्गों में प्रदर्शित किए गएजिनमें कुल 690 प्रविष्टियां शामिल रहीं।

क्लास-ए में गुलाब की 47 प्रविष्टियां रहींक्लास-बी में मालीमहिलाओं और बच्चों द्वारा तैयार की गई 14 आकर्षक पुष्प सजावट प्रदर्शित की गईं। क्लास-सी में 245 रंग-बिरंगे कोलियस पौधे शामिल थे।

क्लास-डी में सिंगल और डबल किस्म की 93 गुलदाउदी प्रदर्शित की गईंक्लास-ई में किंग एंड क्वीन ऑफ द शो’ श्रेणी के अंतर्गत 16 विशेष फूल रखे गएक्लास-एफ में कोरियनबटनपॉम्पॉन सहित गुलदाउदी की 86 प्रविष्टियां रहींजबकि क्लास-जी में 189 सजावटी इनडोर और आउटडोर पौधे प्रदर्शित किए गए।

भूमि एवं उद्यान विभाग के सदस्य-प्रभारी प्रो. शहजाद अनवर ने बताया कि इस प्रदर्शनी में कुलपति लॉजप्रो-वाइस चांसलर लॉजरजिस्ट्रार लॉजगेस्ट हाउस-1, 2 व 3, एम.ए. लाइब्रेरीजेडएच कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजीकैनेडी हॉलविद्युत अभियांत्रिकी विभागएएमयू गर्ल्स स्कूलएसएस हॉल (साउथ)वीजी नर्सरीप्रशासनिक भवनएसएस हॉल मस्जिदसर सैयद हाउसगुलिस्तान-ए-सैयदअल-बरकात पब्लिक स्कूल सहित कई इकाइयों ने भाग लिया।

उद्घाटन के दौरान विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारीडीनअध्यक्षएमआईसीप्रोवोस्ट और शिक्षक बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

Thursday, December 11, 2025

Dr. Z A Dental College, AMU Welcomes New BDS Batch

             


 Prof. Sanjay Singh, Prof RK Tiwari, Prof. ND Gupta and other faculty members
                                            during the Anti Ragging Programme

Dr. Z A Dental College, AMU Welcomes New BDS Batch with Orientation-cum-Anti-Ragging Programme

Aligarh, December 6: Dr. Ziauddin Ahmad Dental College (Dr. ZADC), Aligarh Muslim University, organized an Orientation-cum-Anti-Ragging Programme to welcome the newly admitted BDS First-Year students and guide them through the institution’s academic expectations, code of conduct, and professional responsibilities.

The programme began with a welcome by Dr. Syed Amaan Ali, setting an encouraging tone for the session. Faculty introductions were conducted by Dr. Atif, enabling new students to connect with their future mentors. Dr. Juhi Gupta addressed the students on the guidelines of the Dental Council of India and highlighted the ethical and professional responsibilities required of dental graduates. Students also introduced themselves, marking their first formal engagement with the college community.

A session led by Dr. Sabzar Abdullah emphasized safety protocols in dental clinics, particularly patient care and occupational safety standards.

The Anti-Ragging Committee, comprising Prof. Geeta Rajput, Dr. Saba Khan, and Dr. Nasir Salati conducted a dedicated workshop to reinforce a culture of respect and safety. Guest speaker Prof. Sanjay Singh, Oral & Maxillofacial Surgery, Jamia Millia Islamia, delivered an address on ragging laws, consequences, and student rights, highlighting that ragging is strictly punishable and will not be tolerated.

A powerful Anti-Ragging skit by BDS second-year students and a lively Q&A session encouraged dialogue and clarity on student protection measures.

The event concluded with a reaffirmation of Dr. ZADC’s commitment to academic excellence, ethical conduct, and a supportive learning environment for all students.

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