Prof. Mohammad Idris, Prof. Tajuddin, Prof. Syed Mohammad Safdar Ashraf and Prof. Badrudduja Khan with the Alumni and teachers during the Silver Jubilee Reunion Bazm-e-Tarab BUMS Batch 2000 of Ajmal Khan Tibbiya college
अजमल खान तिब्बिया कॉलेज के बूम्स 2000 बैच का रजत जयंती पुनर्मिलन “बज्म-ए-तरब” आयोजित
अलीगढ़, 31 दिसंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के यूनानी चिकित्सा संकाय अजमल खान तिब्बिया कॉलेज (एकेटीसी) के बीयूएमएस वर्ष 2000 बैच के पूर्व छात्रों ने अपनी पढ़ाई के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में रजत जयंती पुनर्मिलन समारोह “बज्म-ए-तरब” का आयोजन किया।
यह आयोजन न केवल पूर्व छात्रों के आपसी मेल-मिलाप का अवसर था, बल्कि उस संस्थान के प्रति कृतज्ञता का भी प्रतीक था, जिसने उनके शैक्षणिक और व्यावसायिक जीवन को दिशा दी।
उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता एएमयू के पूर्व कुलपति प्रो. मोहम्मद गुलरेज ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. मोहम्मद इदरीस, (एकेटीसी के पूर्व छात्र एवं पूर्व प्राचार्य, आयुर्वेदिक एवं यूनानी तिब्बिया कॉलेज, दिल्ली सरकार) रहे, जबकि प्रो. ताजुद्दीन, पूर्व डीन, यूनानी चिकित्सा संकाय, एएमयू, विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
सभा को संबोधित करते हुए प्रो. मोहम्मद गुलरेज ने कहा कि पूर्व छात्र विश्वविद्यालय का अभिन्न अंग होते हैं और उन्हें हर संभव रूप में विश्वविद्यालय के विकास में योगदान देना चाहिए। यूनानी चिकित्सा संकाय के डीन प्रो. सैयद मोहम्मद सफदर अशरफ तथा अजमल खान तिब्बिया कॉलेज के प्राचार्य प्रो. बदरुद्दुजा खान ने पूर्व छात्रों का स्वागत करते हुए उनके सक्रिय सहयोग की संभावनाओं पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम की आयोजन सचिव डॉ. सुंबुल रहमान ने अतिथियों, वर्तमान व पूर्व शिक्षकों तथा बीयूएमएस 2000 बैच के पूर्व छात्रों का स्वागत किया। उन्होंने यूनानी शिक्षा में योगदान देने वाले दिवंगत शिक्षकों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने विश्वविद्यालय के विकास और प्रगति में पूर्व छात्रों की अहम भूमिका पर जोर दिया। इसके बाद पूर्व छात्रों ने अपने कॉलेज और विश्वविद्यालय के प्रमुख स्थलों का भ्रमण किया और अपने छात्र जीवन की यादें ताजा कीं।
शाम को गजल संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। देश के विभिन्न हिस्सों कश्मीर, कर्नाटक और बिहार सहित से 51 पूर्व छात्र-छात्राओं ने इस पुनर्मिलन में भाग लिया।
वरिष्ठ शिक्षकों प्रो. नईम अहमद खान, प्रो. अब्दुल लतीफ, प्रो. एम. एम. एच. सिद्दीकी और प्रो. एफ. एस. शेरानी तथा पूर्व छात्र डॉ. मोहम्मद जुबैर ने अपने विचार साझा किए। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. फैजान-ए-इलाही ने प्रस्तुत किया, जबकि कार्यक्रम का संचालन डॉ. अरशद जमाल, डॉ. गजाला रहमान और डॉ. तनवीर फातिमा ने किया।
कार्यक्रम के दूसरा दिन “बज्म-ए-तरब फैमिली फन फिएस्टा” के रूप में मनाया गया, जिसमें पूर्व छात्र अपने परिवारों के साथ शामिल हुए। समापन कॉलेज लॉन में सामूहिक भोज के साथ हुआ।
इस रजत जयंती पुनर्मिलन का सफल आयोजन डॉ. अजीज-उर-रहमान (सह-आयोजन सचिव), डॉ. मोहम्मद शोएब (संयोजक) और डॉ. एस. एम. आलिम (कोषाध्यक्ष) के समन्वय से संपन्न हुआ।