एएमयू जेड.एच.सी.ई.टी. में 1975 इंजीनियरिंग बैच का स्वर्ण जयंती पुनर्मिलन समारोह आयोजित
अलीगढ़, 16 दिसम्बरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (जेडएचसीईटी) में वर्ष 1975 के बी.एससी. इंजीनियरिंग बैच का स्वर्ण जयंती पुनर्मिलन समारोह कॉलेज के असेम्बली हॉल में आत्मीय और भावनात्मक वातावरण में आयोजित किया गया। इस अवसर पर लगभग 30 पूर्व छात्र, उनके परिजन, कॉलेज के वर्तमान एवं पूर्व शिक्षक तथा प्रिंसिपल शामिल हुए।
पुनर्मिलन समारोह का आयोजन जेडएचसीईटी के कर्मचारियों और 1975 बैच के सदस्यों द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम में बैच के पूर्व छात्र मजहर अली ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और बताया कि कई पूर्व छात्र सऊदी अरब और कुवैत सहित दूर-दराज स्थानों से इस अवसर पर शामिल होने आए। उन्होंने कॉलेज की शैक्षणिक यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रारंभ में सिविल, मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की केवल तीन शाखाओं से शुरू हुआ यह संस्थान आज एक विस्तृत शैक्षणिक स्वरूप में विकसित हो चुका है। उन्होंने विश्वविद्यालय की स्थापना में सर सैयद अहमद खान की दूरदर्शी भूमिका को भी स्मरण किया।
कार्यक्रम के दौरान बैच को पढ़ाने वाले सेवानिवृत्त शिक्षकों ने अपने अनुभव साझा किए। जेडएचसीईटी के प्रिंसिपल प्रो. मोहम्मद मुजम्मिल ने कॉलेज की हालिया शैक्षणिक और आधारभूत उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। वरिष्ठ शिक्षकों प्रो. एस. एच. मोहसिन, प्रो. फरीद गनी, प्रो. तारिक जिलानी, प्रो. आरिफ सुहैल और प्रो. जमीलुर्रहमान ने भी अपने संस्मरण साझा किए, जबकि प्रो. तारिक जिलानी ने पूर्व छात्रों से समाज और पेशेवर जीवन में सक्रिय योगदान जारी रखने का आह्वान किया।
पूर्व छात्रों उस्मानुल हक खान, अभय गोयल, मोहम्मद सलीम, अफसर अमीन, बशारतुल्लाह खान, विजय ढल्ला, इकबाल आजम, सलमान सिद्दीकी, जफरुल्लाह, हबीब खान, शराफतुल्लाह खान और सैयद नसीम अहमद सहित अन्य ने अपने छात्र जीवन और स्नातक होने के बाद के पेशेवर अनुभव साझा किए।
दिवंगत साथियों और शिक्षकों, जिनमें तुहिन चटर्जी, साबिर अली खान और सलीम सिद्दीकी शामिल हैं, की स्मृति में दो मिनट का मौन रखा गया। पूर्व छात्रों को स्मृति-चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया।
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